राजनांदगांव

आरोपी ने की बैंक के सुनार से सांठगांठ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 फरवरी। राजनांदगांव के आईसीआईसीआई बैंक में गोल्ड लोन स्कीम में एक व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी करने का मामले में पुलिस ने आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है। कोतवाली पुलिस को स्थानीय आईसीआईसीआई बैंक के मैनेजर ने नकली सोना के एवज में लाखों रुपए लोन लेने की शिकायत की है। वहीं नकली सोने को असली होने का रिपोर्ट देने वाले बैंक के अधिकृत सुनार को भी आरोपी बनाया गया है। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
मिली जानकारी के मुताबिक राजनांदगांव के राजेश लुनिया नामक व्यक्ति ने आईसीआईसीआई बैंक के स्थानीय शाखा में साल 2022 में गोल्ड लोन लेने के लिए आवेदन दिया था। बैंक में लोन के एवज में लुनिया ने तय मात्रा के अनुसार सोना जमा किया। बैंक ने अपने अधिकृत सुनार से सोने की जांच कराई। सुनार ने असली सोना होने की जानकारी बैंक प्रबंधन को दी। बैंक के स्थानीय मैनेजर ने 48 लाख रुपए ऋण जारी कर दिया। दरअसल आरोपी व्यक्ति ने अधिकृत सुनार राजकुमार देवकर से सांठगांठ कर नकली सोने को असली बता दिया।
सुनार की रिपोर्ट के आधार पर बैंक ने उक्त रकम लोन के तौर पर सेंशन कर दिया। एक और बैंक में नकली सोना रखकर लोन लेने की कोशिश के चलते लुनिया का भंड़ाफोड़ हुआ। पुलिस का कहना है कि दुर्ग जिले के अंजोरा स्थित आईसीआईसीआई बैंक के ब्रांच में लुनिया ने नकली सोना रखकर ऋण हासिल करने की कोशिश की। वहां के अधिकृत सुनार रितेश कुमार सोनी ने स्वर्ण आभूषणों का परीक्षण किया, जिसमें सभी नकली पाए गए। इस तरह राजनांदगांव ब्रांच में हुए धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ।
कोतवाली थाना प्रभारी ऐमन साहू ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि बैंक प्रबंधन ने राजेश लुनिया नामक व्यक्ति पर धोखाधड़ी करने की शिकायत की है। जांच पश्चात उचित कार्रवाई की जाएगी। इस बीच रिलेशनशिप मैनेजर अमित शर्मा ने पुलिस से उक्त आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, संपत्ति का बेईमानी से दुरूपयोग समेत कूटरचना के तहत कर्रवाई करने की शिकायत की है।