राजनांदगांव

आरोपी को कार समेत पुलिस ने धरदबोचा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 जनवरी। पंजाब नेशनल बैंक में धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कार्रवाई की। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आरोपी के कार को भी जब्त कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को गंभीर धाराओं के तहत न्यायिक रिमांड पर भेजा है। आरोपी ने गंडई थाना क्षेत्र के एक किसान से 49 हजार रुपए की धोखाधड़ी की थी।
जानकारी के अनुसार 9 जनवरी को चकनार निवासी प्रार्थी टीकाराम साहू ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दो आरोपियों द्वारा पंजाब नेशनल बैंक गंडई के पास काला झिल्ली के अंदर दो लाख रुपए है, उसे बैंक में जमा करना है, बोलकर प्रार्थी को एक लाख रुपए रख लेना और बैंक से तुम पैसा निकाले हो, उसे दे दो कहकर 49 हजार रुपए ले लिया। प्रार्थी घर जाकर देखा तो काला झिल्ली के अंदर रूमाल में सफेद लाइनिंग कागज बंधा हुआ था, उसके साथ धोखाधड़ी किया गया।
रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते खैरागढ़-छुईखदान-गंडई की पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पांडेय के निर्देशन पर पुलिस अनुविभागीय अधिकारी प्रशांत खाण्डे के दिशा निर्देश में थाना प्रभारी गंडई निरीक्षक शिव शंकर गेंदले के नेतृत्व में थाना एवं सायबर सेल जिला केसीजी से तत्काल टीम तैयार कर प्रार्थी प्रार्थी से धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के आने-जाने के रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला गया। जिससे आरोपियों द्वारा घटना में प्रयुक्त किए गए वाहन एवं वाहन का नबर प्राप्त हुआ। सायबर सेल टीम की मदद से आरोपियों के मोबाइल का टॉवर डंप कर मोबाइल नंबर का पता तलाश किया गया।
आरोपियों के मोबाइल का लोकेशन नवी मुंबई (महाराष्ट्र) में होना पाए जाने पर विशेष टीम तैयार कर नवी मुंबई महाराष्ट्र भेजा गया। आरोपी की पता तलाश में भेजे गए विशेष टीम द्वारा आरोपियों के मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों के रूकने व छुपने के स्थानों का पता तलाश कर घेराबंदी कर घटना में शामिल आरोपी भावेश पटेल 43 साल निवासी पनवेन नवी मुंबई को पकडक़र पूछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपने साथी के साथ मिलकर घटना दिनांक को पंजाब नेशनल बैंक गंडई में प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी की घटना कर अपने साथी को पटना बिहार में छोडऩा बताए जाने पर आरोपी को घटना में प्रयुक्त वाहन रिट्ज कार के साथ थाना लाकर गिरफ्तारी के कारणों से अवगत कराकर गंभीर धाराओं के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।