राजनांदगांव

खैरागढ़ पुलिस ने पहाड़ी गांव को बनाया ठिकाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित कटेमा में जल्द ही पुलिस का नया बेसकैंप शुरू हो जाएगा। खैरागढ़ पुलिस ने बेसकैंप की बुनियादी ढांचे के आधार पर निर्माण शुरू कर दिया है।
नक्सलियों के खिलाफ अभियान के लिए इस कैंप का इस्तेमाल होगा। तीन राज्यों की सरहद पर बसे इस पहाड़ी गांव में पुलिस ने कैंप के जरिए नया ठिकाना बना लिया है।
बताया जाता है कि कैंप खुलने से नक्सलियों की इलाके में पैठ जहां कमजोर होगी, वहीं नक्सल ऑपरेशन में जवानों को सहूलियत भी मिलेगी। इस क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति को लेकर रोजाना पुलिस अफसरों के पास गोपनीय सूचनाएं मिलती रही है। लंबे समय से कटेमा में कैंप खोलने पर विचार चल रहा था।
कटेमा के बाद गोंदिया और बालाघाट की सीमा शुरू होती है। हालांकि कटेमा से सटे मोरकुड्डों में तीनों राज्य का एक संयुक्त कैंप चल रहा है। इससे परे खैरागढ़ पुलिस ने कटेमा में कैंप खोलने के लिए सरकार से अनुमति मांगी थी।
सूत्रों का कहना है कि खैरागढ़ पुलिस को अब वित्तीय अधिकार भी सरकार ने प्रदत्त कर दिया है। ऐसे में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत कैंप खोलने का निर्णय लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि आदिवासी बाहुल्य कटेमा में नक्सलियों की आवाजाही होती रही है। हालांकि ऑपरेशन के नाम पर गांव के लोगों पर पुलिस का दबाव रहा है। कुछ साल पहले बालाघाट पुलिस ने गांव में काफी कहर मचाया था। कटेमा में कैंप खोलने के बाद छत्तीसगढ़ आम्र्स फोर्स के जवानों को तैनात किया जाएगा। कैंप निर्माण के लिए युवा पुलिस अफसरों और आरक्षकों को कटेमा में भेजा गया है।