राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 दिसंबर। कथावाचक शास्त्री ईश्वरचन्द्र व्यास ने विकास नगर लखोली के शिव महापुराण कथा स्थल में शुक्रवार को देश के बारह ज्योतिर्लिंग की कथा सुनाते लोगों को शिवभक्ति रस से सराबोर किया।
कथा श्रवण करने पूर्व सांसद मधुसूदन यादव भी शामिल हुए। इसके अलावा बृजकिशोर सुरजन, अनिल टावरी, नंदू राठी, सुनील तापडिया, जगदीश चांडक, शारदा, शाहिद भाई, रूपेश दुबे, आलोक बिंदल, पुरूषोत्तम तिवारी, भावेश अग्रवाल, अरूण देवांगन सहित अन्य लोग शामिल थे। इस दौरान महाराज ने देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकाल, ओकारेश्वर, केदारेश्वर, भीमा शंकर नागेश्वर, रामेश्वर, धुमेश्वर आदि की गणना कर बताया कि इसके भी बारह उपलिंग है। जिसके दर्शन मात्र से ही पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
महाराज ने शिव की नगरी काशी में रहने वाले सभी निवासिया को लिंग स्वरूप बताया व कहा कि पूरा ब्रहमाण्ड ही लिंग है। जिसमें सब लय हो जाता है वही लिंग है। धर्म धारण किए जाने की चीज है और जहां धर्म है वहां सुख है। धर्म के बिना मनुष्य पशु के समान है। महाराज ने यह भी कहा कि संसार में दुख ही दुख है, लेकिन धर्म का साथ होता है तो वही दुख-सुख, शांति व आनंद में परिवर्तित हो जाता है। धर्म अध्यात्म के श्रवण-मनन पाठन-पठन से मन को शांति मिलती है।