राजनांदगांव

ब्रेन मैपिंग टेस्ट में पकड़ाए कारोबारी के हत्यारे
21-Dec-2023 1:02 PM
ब्रेन मैपिंग टेस्ट में पकड़ाए कारोबारी के हत्यारे

डोंगरगढ़ के रमेश जनबंधु हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, दो साल बाद 4 बंदी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
राजनांदगांव, 21 दिसंबर।
डोंगरगढ़ के बहुचर्चित रमेश जनबंधु हत्याकांड की पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है। करीब दो साल बाद पुलिस को हत्या में शामिल 4 लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कई तरह के पेचिदगियों के बाद सफलता मिली। साल 2021 में हुए इस हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने ब्रेन मैपिंग टेस्ट का सहारा लिया। अदालत के आदेश के चलते हुई जांच में आरोपियों का शातिर दिमाग फेल हो गया।

पुलिस के अनुसार डोंगरगढ़ निवासी श्रीनिवास जनबंधु ने डोंगरगढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनका छोटा भाई रमेश जनबंधु 24 जून 2021 को अपनी मोटर साइकिल से बिल्डिंग मटेरियल सामान का पैसा वसूलने  ग्राम बछेराभाठा जा रहा हूं, कहकर निकला था, जो घर वापस नहीं आया है। रिपोर्ट दर्ज कर खोजबीन की गई। इस दौरान 28 जून 2021 को ग्राम राउरकसा डेम (थाना बोरतलाव) के ऊपर सड़ी-गली अवस्था में एक लाश मिली, जिसका रमेश जनबंधु के रूप में शिनाख्ती हुई, जो प्रथम दृष्ट्या हत्या होना परिलक्षित होने से थाना बोरतलाव में  धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर अज्ञात आरोपियों की तलाश की जा रही थी।

जांच के दौरान मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों से पूछताछ कथन के आधार पर संदेही आरोपी महेश सोनी, राहुल सोनी,  अजय शर्मा एवं सूरज वर्मा से पूछताछ की गई, जो घटनाकारित करने से साफ  इंकार किया।

आरोपी महेश सोनी व सूरज वर्मा का ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया गया। परीक्षण रिपोर्ट में घटना के संबंध में अहम तथ्य प्रकाश में आए।  ब्रेन मैपिंग  टेस्ट के आधार पर संदेही आरोपी महेश सोनी, राहुल सोनी, अजय शर्मा व सूरज वर्मा को हिरासत में लेकर पुन: कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किए।

आरोपी महेश सोनी ने बताया कि गांव में घर बनाने रमेश जनबंधु जो हार्डवेयर का दुकान चलाता था, से बिल्डिंग मटेरियल का सामान उधारी लिया था। जिसका कुछ पैसा बाकी रहने से आरोपी के घर में बार-बार आकर रमेश जनबंधु  तगादा करता था, जिससे वह काफी परेशान था। 

24 जून 2021 की सुबह  रमेश जनबंधु आरोपी महेश सोनी के घर ग्राम बछेराभाठा वसूली के लिए  आया था और उधारी रकम लेन-देन की बात को लेकर दोनों में वाद-विवाद हुआ था। आरोपी उसे सबक सिखाने अपने बेटे राहुल सोनी व उसके दोस्त सूरज वर्मा व अजय के साथ रमेश जनबंधु को मारने की योजना बनाई और उसी शाम को योजना के अनुरूप आरोपी महेश सोनी द्वारा रमेश जनबंधु को उसके उधारी का पैसा दूंगा, कहकर मुक्तिधाम में बुलाया और उसे बहला-फुसलाकर राउरकसा डेम के तरफ ले गया। 

योजना के अनुसार उसे मारने पहले से राहुल सोनी, सूरज वर्मा और अजय शर्मा जंगल में छुपे थे। जैसे ही महेश सोनी व रमेश जनबंधु राउरकसा डेम के पास पहुंचे तो  चारों आरोपी मिलकर रमेश जनबंधु को कुल्हाड़ी और डंडा से मारपीट कर हत्या कर दी एवं घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को राउरकसा डेम के पास के जंगल में फेंक दिया। मृतक की मोटर साइकिल  को बछेराभाठा के बुनकर तालाब में डुबो देना बताया।

विवेचना दौरान घटना में प्रयुक्त डंडा, कुल्हाड़ी, 2 नग  मोटर साइकिल  को आरोपी की निशादेही पर जब्त किया गया है। आरोपियों का कृत्य धारा. 302, 201, 120.बी, 193, 34 भादवि का पाए जाने से आरोपियों को  गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल दाखिल किया गया।

 


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