राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 दिसंबर। पर्यावरण से जुड़े सकारात्मक और स्थायी परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए डोंगरगांव और चौकी ब्लॉक में छत्तीसगढ़ शासन और यूनिसेफ के साथ एक सहयोगात्मक मिशन शुरू किया गया।
14 दिसंबर को राजनांदगांव में भारत के एकीकृत प्रोटीन लीडर आईबी ग्रुप की एक प्रभावशाली सीएसआर एक्टिविटी ‘पहल- प्रयास से परिणाम’ द्वारा पर्यावरण संरक्षण के एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मोहला-मानपुर-अं. चौकी कलेक्टर एस. जयवर्धन, राजनांदगांव जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार, आईबी ग्रुप निदेशक तनाज अजीज, आईबी ग्रुप के कार्यकारी निदेशक डॉ. अंजुम अल्वी, ईएसजी विभाग डॉ. पॉलोमी बनर्जी, छत्तीसगढ़ के लिए ओआईसी यूनिसेफ श्वेता पटनायक, सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन यूनिसेफ रायपुर के विशेषज्ञ अभिषेक सिंह, आमंत्रित अक्कादम, जल सहायता, पंचायत पदाधिकारी, एसएचजी और युवा स्वयंसेवक ओर क्षेत्र में सार्थक प्रभाव डालने 300 युवा स्वयंसेवक समेत राजनांदगांव जिले, डोंगरगांव और चौकी ब्लॉक के प्रशासनिक अधिकारियों एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह आयोजन जिला प्रशासन राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अं. चौकी, आईबी ग्रुप और यूनिसेफ की सहयोगात्मक यात्रा में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में ग्लासगो में कॉप-26 में मिशन लाईप की शुरूआत की थी। जिसका उद्देश्य व्यक्तियों और समुदायों को प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन शैली अपनाने प्रेरित करना और लोगों से ‘प्रो प्लैनेट पीपल’ के रूप में पहचाने जाने के लिए जीवनशैली में बदलाव करने का आग्रह करना है। आईबी ग्रुप द्वारा शुरू की गई ‘एबीस पहल’ लाईफ ब्लॉक बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। मिशन के एजेंडे में डोंगरगांव और चौकी को लाईफ ब्लॉक बनाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि 2028 तक कम से कम 80 प्रतिशत गांवों को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सके।
कार्यक्रम की शुरूआत करते अमित कुमार ने कहा कि जब हम एक सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट मॉडल लागू करेंगे तो हम आईबी ग्रुप, यूनिसेफ और एक वाडम जैसे भागीदारों के साथ बुनियादी ढांचे का लाभ आमजन को दे पाएंगे और सस्टेनबिल्टी के लिए गंदे पानी के ट्रीटमेंट और भूजल के पुनर्भरण को सुनिश्चित करने ध्यान केन्द्रित कर पाएंगे। इसके साथ ही इस प्रयास को सफल बनाने प्रतिभागियों को जल संसाधन बचाने सशक्त एवं समर्पित जल योद्ध बनाएंगे।
आईबी ग्रुप में ईएसजी विभाग की प्रमुख डॉ. पॉलोमी बनर्जी ने कहा कि सामुदायिक विकास के लिए राज्य सरकार, यूनिसेफ और स्थानीय अधिकारियों के साथ हमें ‘पहल’ लॉन्च करके बहुत खुशी हुई। हमारा लक्ष्य है कि डोंगरगांव और चौकी को लाईफ ब्लॉक में जोडक़र पीएम मोदी के मिशन लाईफ को लागू करके पर्यावरण के लिए हमारी जीवनशैली को सशक्त बनाने पर जोर देना है। जिस पर विशेषज्ञ अभिषेक सिंह ने कहा कि प्रतिदिन केवल एक मग पानी बचाकर हम सामूहिक रूप से 100 करोड़ लीटर पानी का संरक्षण कर सकते हैं। हमें वैश्विक प्रभाव के उत्प्रेरक के रूप में व्यक्तिगत परिवर्तन पर जोर देना चाहिए।
‘प्रयास के परिणाम’ एक सम्मोहक आह्वान है, जो छत्तीसगढ़ के युवाओं द्वारा सक्रिय रूप से भाग लेने और इस पहल की सफलता सुनिश्चित कने का आग्रह करता है। ओआईसी श्वेता पटनायक ने कहा कि आईबी ग्रुप एकवाडम और यूनिसेफ के सहयोगात्मक प्रयास बहुत ही सराहनीय है। हम सभी मिलकर स्वच्छ भारत, जल जीवन, मिशन लाईफ और पहल-प्रयास से परिणाम को सफल बनाने में लगे हुए हैं।
आईबी ग्रुप के निदेशक तनाज अजीज ने कहा कि 40 साल पुरानी कंपनी के रूप में आईबी ग्रुप हमारी सीएसआर एक्टिविटी, पहल-प्रयास से परिणाम के माध्यम से भारत को प्रोटीन समृद्ध देश बनाने के लिए समर्पित है। हम स्वास्थ्य अभियान के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का सक्रिय रूप से समर्थन कर रहे हैं और सस्टेनेबिल्टी के लिए कार्प 26 में पीएम मोदी के मिशन के साथ जुड रहे हैं।
कलेक्टर एस. जयवर्धन ने कहा कि मैं नॉलेज पार्टनर के रूप में पोलोमी बनर्जी ईएसजी हेड, आईबी ग्रुप और यूनिसेफ के साथ सहयोग कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह बदलाव को प्राथमिकता देने, दृढ संकल्पित होने और बेहतर पर्यावरण के लिए खुद को एक परिवर्तनकारी शक्ति में बदलने का समय है।
हम सबक इसके साथ हैं। कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र एनएसएस, पंचायत, ग्राम पंचायत जैसे संस्थानों से लगभग 800 लोगों ने हिस्सा लिया और आसपास के पर्यावरण को संरक्षित करने का संकल्प लिया।