राजनांदगांव
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शराब दुकान के पास चल रहे चखना सेंटर जमींदोज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 दिसंबर। सूबे में सत्ता बदलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने के इरादे से बेजा कब्जाधारियों व अनाधिकृत तौर पर चखना सेंटरों को जमींदोज कर दिया है। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के अलावा नगर निगम आयुक्त द्वारा शहर के अलग-अलग इलाकों में यह कार्रवाई की जा रही है।
राज्य में भाजपा सरकार के सत्तासीन होते ही अफसरों ने पहली कार्रवाई करते चखना सेंटरों और कब्जाधारियों पर बुलडोजर चला दिया। शुक्रवार को कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा अवैध अतिक्रमण, जुआ-सट्टा, चखना दुकान एवं अन्य अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसी कड़ी में जिलेभर में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई की गई।
एसडीएम अरूण वर्मा ने बताया कि रेवाडीह में तहसीलदार, थाना प्रभारी एवं नायब तहसीलदार की टीम द्वारा शराब दुकानों में चखना दुकान को हटाया गया, वहीं मोहारा में भी एसडीएम एवं नगर पालिक निगम के अमला द्वारा 56 दुकानों से चखना सेंटर हटाए गए। उन्होंने बताया कि अवैध अतिक्रमण एवं चखना सेंटर हटाने के कारण जनसामान्य में प्रसन्नता है, इससे आवागमन बाधित होता था। कलेक्टोरेट प्रतिबंधित क्षेत्र होने के कारण आसपास के चखना सेंटर हटाए गए, कल भी सतत रूप से कार्रवाई जारी रहेगी। हॉस्पिटल, जिला चिकित्सालय एवं अन्य स्थानों तथा व्यस्ततम मार्गों में अवैध अतिक्रमण एवं चखना दुकानों पर कार्रवाई की जाएगी।
डोंगरगढ़ एसडीएम गिरिश रामटेके ने बताया कि ग्राम कठली एवं बेलगांव में चखना दुकान हटाने की कार्रवाई की गई तथा रेलवे स्टेशन के सामने अवैध दुकानों एवं अन्य दुकानों को हटाने के लिए चेतावनी दी गई है।
डोंगरगांव एसडीएम अश्वन पुसाम ने बताया कि शराब भ_ी, मोहड़ चौक एवं अन्य शराब दुकानों के आसपास, छोटे ठेले, गुमटी एवं चखना सेंटर पर कार्रवाई की गई। लगभग 20 कार्रवाई की गई, आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
उन्होंने बताया कि राजस्व, पुलिस एवं नगर निगम की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।
मेडिकल कॉलेज परिसर से हटाए गए अतिक्रमण
पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में भी प्रशासन ने बेजा कब्जाधारियों पर कार्रवाई की। परिसर के समीप बने झोपड़ी और ठेला-खोमचों को प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में हटाने की कार्रवाई की। कब्जा हटाने के दौरान लोगों में हडक़ंप की स्थिति भी निर्मित बनी रही।
बताया जा रहा है कि प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस की मौजूदगी में शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी यह कार्रवाई आगे जारी रहेगी। अतिक्रमणकारियों के चलते मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को कई व्यवहारिक परेशानियों का सामना करना पड़ा था। झोपड़ीनुमा होटलों में अवैध तरीके से गांजा, शराब व अन्य नशीले पदार्थ का कारोबार चल रहा था। प्रशासन ने अब नकेल कसते हुए ठेले-खोमचों को हटाने की कार्रवाई की है।