राजनांदगांव

मिचौंग तूफान का असर हुआ कम, दोपहर को निकली धूप
08-Dec-2023 3:15 PM
मिचौंग तूफान का असर हुआ कम, दोपहर को निकली धूप

मौसम खुलने से ठंड बढऩे के आसार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 8 दिसंबर। मिचौंग तूफान का असर कम होता हुआ नजर आ रहा है। शुक्रवार को दोपहर बाद धूप खिलने से राहत मिली। तूफान के असर से बरसे बादलों के कारण कड़ाके की ठंड से जनजीवन  बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बारिश की वजह से पिछले तीन दिनों से ठिठुरन बढ़ गई थी। लोगों को सर्द मौसम से बचने तूफान के कमजोर पडऩे का इंतजार था। हालांकि धूप-छांव का माहौल अब भी बरकरार है। दिन में ठंड का व्यापक असर रहा। ठंडी हवाओं के कारण मौसम पूरी तरह से सर्द हो गया है।

ज्ञात हो कि बीते 4 दिसंबर से चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव से मौसम में फेरबदल का असर जारी है। हालांकि  शुक्रवार को दोपहर बाद भी आसमान में बादलों के बीच धूप-छांव की लुका-छिपी चलती रही। शुक्रवार को आसमान में काले मेघों के डेरा डालने से जहां लोगों को ठंडी का अहसास हुआ। वहीं सर्द हवाओं के चलने से लोग गर्म कपड़ों का सहारा भी लिए। हालांकि बारिश नहीं होने से लोगों को छाता और रैनकोट से राहत मिली।

इधर आसमान में काले बादलों के डेरा डालने के साथ ही ठिठुरन का वातावरण निर्मित रहा। आसमान में काले बादल छाए रहने से सर्दीली हवाओं के कारण पारा तेजी से लुढक़ गया। लोग ठंड से बचने अलाव का सहारा लेने मजबूर हैं। दिन में भी लोग गर्म कपड़ों का सहारा लेते नजर आए।  जिले में शहरी इलाकों की तुलना में वनांचल क्षेत्र में ठंड से लोग ठिठुरते नजर आए। दिनभर बदली के प्रभाव से लगातार तापमान गिरते क्रम में रहा। लिहाजा लोग घरों में रहने के लिए मजबूर हुए। ठंड के असर से लोगों की दिनचर्या काफी प्रभावित रही।

शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में काले बादलों के डेरा रहने पर घर से निकलने वाले लोग स्वेटर, शाल पहने दिखाई दिए। इधर लोग चौक-चौराहों में अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश में दिखे। वैसे पिछले तीन-चार दिनों से सर्द मौसम ने अपना कड़ा रूख अख्तियार किया है। हालांकि तूफान  मिचौंग का असर कम होता नजर आ रहा है। चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर पूरी तरह शांत नहीं होने के कारण आसमान में काले बादल और तापमान में नमी बनी हुई है। जिससे लोगों का जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। इधर दिसंबर माह के पहले सप्ताह में तूफान मिचौंग  के असर से किसानों को चिंता में डाल दिया है। वहीं समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसान भी मौसम के फेरबदल से चिंतित नजर आए। हालांकि प्रभावित किसान मौसम के साफ होने की आस लगाए बैठे हैं। वहीं प्रशासन ने भी सोसायटियों में रखे धान का परिवहन को लेकर आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिए हैं। ऐसे में प्रशासनिक व संबंधित अधिकारी भी सोसायटियों में  जमा धान का परिवहन करने की तैयारी में जुट गए हैं।


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