राजनांदगांव

सहकारी बैंक, राजगामी, कृषि उपज मंडी और अन्य पदों पर अब भाजपा नेताओं की नजर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 दिसंबर। सूबे में नई सरकार के सत्तासीन होने के साथ ही जिले की राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदल गए हैं। राज्य सरकार के मनोनीत पदों पर काबिज कांग्रेस के नेताओं की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
राजनांदगांव जिले में सरकार ने कांग्रेसी नेताओं को कई संस्थाओं में अहम जिम्मेदारी देकर नियुक्त किया था। भाजपा की सरकार बनने से अब कांग्रेसियों को अपनी कुर्सियां छोडऩी होगी। हालांकि कई नेताओं ने त्यागपत्र देने का सिलसिला शुरू कर दिया है। जिन पदों पर त्याग पत्र नहीं दिए गए हैं, वहां सरकार पद से कांग्रेसियों को पृथक कर भाजपा नेताओं को मौका देकर राजनीतिक तौर पर उपकृत करेगी।
कांग्रेस सरकार ने जिला सहकारी बैंक, राजगामी संपदा, कृषि उपज मंडी, युवा आयोग, अल्पसंख्यक आयोग, पर्यटन मंडल जैसे अन्य निगम-मंडलों में कांग्रेसी नेताओं को नियुक्त किया था। राजनांदगांव से दर्जनभर नेता अलग-अलग पदों पर मनोनीत हुए थे।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री चयन तथा मंत्रिमंडल के शपथ के साथ ही कांग्रेस के नेताओं को त्यागपत्र देने के निर्देश दिए जाएंगे, वहीं पद पर काबिज होने की स्थिति में सरकार सेवा से पृथक करने का फैसला ले सकती है। प्रशासनिक स्तर पर भी व्यापक फेरबदल होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है।