राजनांदगांव

रमन को 201 बूथों में मिली एकतरफा लीड, गिरीश को देहात के 22 व शहर के 4 बूथ में मिली बढ़त
06-Dec-2023 1:12 PM
रमन को 201 बूथों में मिली एकतरफा लीड, गिरीश को देहात के 22 व शहर के 4 बूथ में मिली बढ़त

मतों की बारिश से पूर्व सीएम के सामने टिक नहीं पाए सीएम के बाल सखा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
राजनांदगांव, 6 दिसंबर।
राजनांदगांव विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने चारों खाने कांग्रेस को चित्त कर शानदार अंदाज में जीत हासिल की। 
223 बूथों वाले इस विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार व निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बाल सखा गिरीश देवांगन को सिर्फ 26 बूथों में ही बढ़त मिली। जिसमें देहात इलाकों के 22 और शहर के 4 बूथों  में भाजपा की तुलना में बढ़त मिली। शहर और देहात इलाकों के बूथों में रमन का वर्चस्व रहा।

कांग्रेस ने चुनाव में शानदार तरीके से चुनाव लडक़र पूर्व सीएम को मात देने का दावा किया था। नतीजों में मतों की बारिश से पूर्व सीएम के सामने देवांगन टिक नहीं पाए।  
मिली जानकारी के मुताबिक शहर के 4 बूथ में कांग्रेस को मामूली बढ़त मिली। कर्जमाफी जैसे घोषणाओं को नजर अंदाज कर मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया। कांग्रेस को गौरीनगर के तीन में से एक बूथ में बढ़त मिली, वहीं पेंड्री, चिखली और सिंगदई के एक-एक बूथों में लीड़ करने का मौका मिला। कांग्रेस को ग्रामीण इलाके के 22 बूथों में  मात्र 1600 वोटों की बढ़त मिली। जबकि शहर के 123 बूथों में से महज 4 बूथ में कांग्रेस किसी तरह लीड हासिल करने में कामयाब रही। 

समूचे गणना में रमन सिंह को शहर से 32 हजार वोट मिले। जबकि ग्रामीण इलाकों से वह 13 हजार मत बटोरने में कामयाब रहे। सभी बूथों को मिलाकर रमन सिंह को एक लाख 2 हजार 499 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन के खाते में 57 हजार 415 मत मिले। इस तरह भाजपा ने लगभग सभी बूथों में कांग्रेस का सफाया कर दिया। 

रमन सिंह ने राजनांदगांव सीट से लगातार चौथी बार विजयी होने का गौरव हासिल किया। अब तक किसी भी उम्मीदवार ने लगातार जीत हासिल नहीं की है। दिवंगत नेताद्वय कांग्रेस के उदय मुदलियार और भाजपा के लीलाराम भोजवानी ने 90 के दशक में दो-दो बार जीत हासिल की। दोनों नेताद्वय ने 5 साल के अंतराल में एक-दूसरे को मात देकर विधायक बने। 2008 से डॉ. रमन सिंह विधायक चुने जा रहे हैं।  

 


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