राजनांदगांव

प्रकाश से अंधकार की ओर जाने का जज़्बा मुक्तिबोध के पास - लालचन्द
01-Dec-2023 3:33 PM
प्रकाश से अंधकार की ओर जाने का जज़्बा मुक्तिबोध के पास - लालचन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 दिसंबर।
शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनादगांव हिन्दी विभाग में मुक्तिबोध जयंती एवं राजभाषा दिवस कार्यक्रम  का संयुक्त आयोजन प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर के संरकक्षत्व तथा विभाग अध्यक्ष डॉ.  बीएन जागृत के निर्देशन में हुआ।  

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शा.नवीन महाविद्यालय ठेलकाडीह के प्राध्यापक डॉ. लालचन्द सिन्हा ने मुक्तिबोध के काव्य में जनवादी चेतना पर आधारित अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि मुक्तिबोध विश्वस्तरीय साहित्यकार हैं, यह दिग्विजय महाविद्यालय के लिए गर्व और गौरव की बात है कि साहित्य जगत का सबसे चर्चित साहित्यकार महाविद्यालय में प्राध्यापक रहे। उनका समस्त साहित्य आम आदमी पर केंद्रित है। साहित्य जगत में वे अकेले ऐसे साहित्यकार हैं, जो प्रकाश से अंधकार की ओर जाने का जज़्बा रखते हैं।  

प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति, बोली, भाषा, जनजातियों का भोलापन, सादगी आदि पर हमें गर्व होना चाहिए। छत्तीसगढ़ी भाषा, साहित्य और संस्कृति हमारी अस्मिता का परिचायक है। हिन्दी विभाग प्रमुख डॉ. बीएन जागृत ने कहा कि महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों राजनादगांव के भौगोलिक परिचय के साथ साहित्यकारों की जानकारी होना आवश्यक है, जो उनकी प्रतियोगी परीक्षा एवं साक्षात्कार में सहायक होगी। 

कार्यक्रम में अन्य विभाग के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन छात्र मनीष टांडेकर एवं डॉ. प्रवीण साहू ने आभार व्यक्त किया। 
इस अवसर पर प्रो. करूणा रावटे, प्रो. आराधना गोस्वामी, डॉ. पी. टाक, डॉ. मीना प्रसाद, अमितेश सोनकर, दीक्षा देशपांडे, रश्मि साहू, डॉ. नीलम तिवारी, डॉ. गायत्री साहू, कौशिक बिशी, रितु यादव, शोधार्थी हेमलाल सहारे एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
 


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