राजनांदगांव

कस्टम मिलिंग के लिए हो रहा इंतजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 नवंबर। जिले की सोसायटियों में धान खरीदी की गति लगातार बढ़ रही है। वहीं परिवहन नहीं होने से सोसायटियों में धान जाम हो गया है। कस्टम मिलिंग के लिए अभी और इंतजार करना पड़ रहा है। जिला सहकारी बैंक के अधीन हो रही खरीदी से तय समय पर उठाव नहीं होने से सोसायटियों में धान की खेप बढ़ गई है। परिवहन को लेकर मार्कफेड की गंभीरता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मार्कफेड के आला अफसरों के उदासीन रवैये के कारण लगातार अव्यवस्था की स्थिति भी बनती जा रही है। परिवहन की मंद गति से खरीदी पर असर पडऩे की संभावना बढ़ गई है। एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी में अब तक राजनांदगांव जिले के अंतर्गत 96 सोसायटियों में 6 लाख 80 हजार 52 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। जबकि परिवहन के नाम पर महज 62 हजार 792 क्विंटल का उठाव हुआ है। खैरागढ़ जिले की सोसायटियों में 3 लाख 86 हजार 715 क्विंटल धान खरीदी की गई है। इस जिले में 7 हजार 580 क्विंटल का उठाव हुआ है।
मोहला-मानपुर में अब तक एक लाख 10 हजार 699 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि रोजाना सोसायटियों में 50 हजार क्विंटल से ज्यादा धान पहुंच रहा है। समय पर परिवहन नहीं होने के कारण धान रखने की समस्या बढ़ गई है। सोसायटी प्रबंधक उठाव के लिए लगातार संपर्क कर रहे हैं, लेकिन मार्कफेड उठाव को लेकर गंभीर नहीं है।
एक जानकारी के मुताबिक सभी सोसायटी में 5 लाख क्विंटल धान जाम है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होते ही परिवहन के लिए समुचित व्यवस्था होने का दावा किया गया था। परिवहन को लेकर कमजोर व्यवस्था से सोसायटी के प्रबंधक मानसिक दबाव में आ गए हैं। कई सोसायटियों में धान खरीदी बंद करने की स्थिति आ सकती है। एक नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई, पर लिंकिंग नहीं होने के कारण अव्यवस्था का आलम बना हुआ है।