राजनांदगांव

डीपीएस में सीबीएसई नेशनल बास्केटबॉल स्पर्धा का शुभारंभ
17-Nov-2023 4:26 PM
डीपीएस में सीबीएसई नेशनल बास्केटबॉल स्पर्धा का शुभारंभ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 17 नवंबर। दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव द्वारा 16 से 20 नवंबर 2023 तक बालक वर्ग की सीबीएसई नेशनल बास्केटबॉल प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश के 20 क्लस्टर की 41 विजेता और उपविजेता टीमों ने भाग लिया है। जिसमें 600 खिलाड़ी, प्रशिक्षक मैनेजर, 60 अम्पायर्स एवं रेफरी भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता के मैचेस दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव के दो मैदान एवं सांई ट्रेनिंग सेंटर राजनांदगांव के आठ मैदान पर खेले जाएंगे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लूईस जॉर्ज महा सचिव व्हीलचेयर बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया, विशिष्ट अतिथि संतोष कुमार सिंह सीबीएसई आब्जर्वर, डॉ. आशिष जीवनमाल एमबीबीएस एमडी एनेसथिसिया पीजीडीएफएम कन्सलटेन्ट एट जीवनमल हास्पिटल भाटापारा सीजी एवं अंतर्राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रशिक्षक कालवा राजेश्वर राव सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत शाला के निदेशकगण एवं प्राचार्य निर्मला सिंह ने किया। 

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करते मशाल जलाकर, गुब्बारे आसमान में छोडक़र किया। खिलाडिय़ों का परेड स्थल पर अतिथियों ने मार्चपास्ट की सलामी ली। मुख्य अतिथि लूईस जॉर्ज ने खिलाडिय़ों को खेल भावना के साथ अनुशासन में रहने प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढऩे हमें तुलानात्मक अध्ययन करने की आवश्यकता है। हम किसी से तुलना करके आगे बढऩे की प्रेरणा लेते हैं। इसी संदर्भ में सीबीएसई आब्जर्वर संतोष कुमार सिंह ने खिलाडिय़ों को लक्ष्य की प्राप्ति हेतु किसी भी विषम परिस्थिति का सामना करने प्रेरित किया, क्योंकि हार के बाद ही जीत है। डॉ. आशीष जीवनमल ने कहा कि खेल से हमें जीवन में अनुशासित रहने की शिक्षा मिलती है। आपस में सहयोग की भावना बढ़ती है और अनेकता में एकता की भावना विकसित होती है। खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करते उनकी विजयश्री की कामना की।

शाला के निदेशक अभिषेक वैष्णव ने कहा कि यह डीपीएस राजनांदगांव के लिए गौरव का विषय है कि हमें आतिथ्य सत्कार करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। खेल के माध्यम से शारीरिक स्वस्थता के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है अत: सार्वांगीण विकास के लिए जीवन में खेल की अहम भूमिका रही है। प्राचार्य निर्मला सिंह ने कोच रेफरी एवं खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करते उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। शाला के छात्र कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान किया गया।


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