राजनांदगांव
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कार्यकर्ताओं ने नारे लगाकर की फूलों की बारिश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के पक्ष में चुनावी माहौल बनाते हुए गुरुवार को अपने बाल सखा व कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन के लिए लोगों से समर्थन मांगा। शहर के मध्य स्थित गंज चौक से गुरूद्वारा तक मुख्यमंत्री ने एक वाहन में सवार होकर रोड-शो किया। उन्होंने हाथ जोडक़र अभिवादन स्वीकार करते जनता-जनार्दन से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजनांदगांव से गिरीश देवांगन को प्रत्याशी बनाया है। देवांगन मुख्यमंत्री बघेल के बचपन के साथी हैं। मुख्यमंत्री ने कल जिले में जंगी सभाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने रोड-शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने यहां तक कहा कि दोनों झूठ बोलने में माहिर हैं। एक ही विषय पर सैकड़ों बार दोनों झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं। इससे पहले मानपुर और खुज्जी विस में चुनावी सभाएं करने के बाद देर शाम को राजनांदगांव में एक गाड़ी में सवार होकर कार्यकर्ताओं के भारी मौजूदगी के बीच हर किसी से हाथ जोडक़र कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने शहर की जनता से कई वायदे भी किए। गाजे-बाजे के साथ हर चौक-चौराहों में कार्यकर्ताओं ने जोशीला स्वागत किया। वहीं उनके समर्थन में नारे लगाते हुए फूलों की बारिश की। फूल बरसाते हुए कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ एक तरह से अपना दमखम दिखाया। देवांगन के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह मैदान में है। भाजपा के ताकत के जवाब में मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक रोड-शो किया। इससे पहले बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना कर मुख्यमंत्री ने रोड-शो का आगाज किया। उनके साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम भी रोड-शो का गवाह बना। मुख्यमंत्री को हर किसी ने हार पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। उधर देर शाम को चिखली में भी उन्होंने एक चुनावी सभा को संबोधित किया। आईबी गु्रप के एक होटल में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कांग्रेस के पक्ष में ताकत झोंकने का आह्वान किया।
हेमंत का स्वीकार किया अभिवादन
रोड-शो के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल का भी अभिवादन स्वीकार किया। भारत माता चौक से गुजरने के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने वाहन को रूकवाया। हेमंत को अपनी ओर बुलाते हुए माला को स्वीकार किया। कांग्रेस से निलंबित पूर्व पार्षद हेमंत काफी बड़े नेता माने जाते हैं। मुख्यमंत्री ने जैसे ही ओस्तवाल को देखा, उन्होंने इशारे से अपनी ओर बुलाया। सुरक्षाकर्मियों ने हेमंत को पास आते देख रोकने की कोशिश की, लेकिन सीएम ने आने की अनुमति दी। जैसे ही हेमंत ने सीएम को माला सौंपा, सबकी निगाहें उन पर टिक गई। कल यह काफी चर्चा का विषय रहा।