राजनांदगांव

रिश्तेदारों को टिकट बांटकर रमन ने पार्टी के लिए खड़ी की मुसीबत-चंद्रशेखर
02-Nov-2023 1:04 PM
रिश्तेदारों को टिकट बांटकर रमन ने पार्टी के लिए खड़ी की मुसीबत-चंद्रशेखर

  नांदगांव लोस के पर्यवेक्षक व हिमाचल के विधायक का दावा 8-0 से भाजपा का सफाया  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 2 नवंबर। राजनांदगांव लोकसभा के 8 विधानसभा सीटों पर बतौर पर्यवेक्षक कड़ी निगरानी  रख रहे कांग्रेस पर्यवेक्षक व हिमाचल प्रदेश के विधायक चंद्रशेखर का कहना है कि रिश्तेदारों को चुनावी मैदान में उतारकर डॉ. रमन सिंह ने भाजपा के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। उनका दावा है कि परिवारवाद  को लेकर भाजपा का दोहरा रूख इस चुनाव में सामने आ गया है। समूचे लोकसभा की आठों सीट पर कांग्रेस क्लीन स्वीप करने की तैयारी में है। यानी भाजपा का सुपड़ा साफ होना तय है। हिमाचल प्रदेश के धरमपुर के विधायक चंद्रशेखर पिछले 5 महीनों से विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर कांग्रेस को मजबूत करने प्रयासरत हैं। 

‘छत्तीसगढ़’ को एक खास साक्षात्कार में पर्यवेक्षक चंद्रशेखर ने कई विषयों पर खुलकर बात की।
 

0 एक पर्यवेक्षक के तौर पर इस चुनाव में कांग्रेस को किस मुकाम पर देखते हैं ?
00 राजनांदगांव लोकसभा की जमीनी राजनीति में कांग्रेस का जनाधार बढ़ा है। पांच साल में भूपेश सरकार की उपलब्धियां चुनाव में काफी असरकारक है। कांग्रेस एक ऊंची छलांग लगाकर दोबारा सरकार बनाने जा रही है।  

0  कांग्रेस हाईकमान इस चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रहा है ?
00 कांग्रेस हाईकमान के लिए छत्तीसगढ़ का चुनाव अन्य राज्यों की तरह बेहद महत्वपूर्ण है। बतौर पर्यवेक्षक मुझे लोकसभा की जिम्मेदारी दी गई। इस बात को लेकर गंभीरता आंकी जा सकती है कि नक्सल क्षेत्र औंधी जैसे इलाकों में मुझे भेजा गया।

0 माना जा रहा है कि यह मुकाबला मोदी बनाम भूपेश बन गया है।  
00 यह सच है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र को हमेशा राज्य के हितों की अनदेखी करने पर कटघरे में खड़ा किया। मोदी अपनी  महिमा मंडित करने में माहिर है। ऐसे में भाजपा के स्थानीय नेताओं की पूछपरख नहीं रही। भूपेश एक सशक्त प्रतिद्वंदी के तौर पर मोदी को घेरने के लिए जोर लगा रहे हैं।

0 आपके अनुसार लोकसभा की 8 में से कितनी सीटें कांग्रेस जीत रही है ?
00 मेरा ऐसा मानना है कि इस चुनाव में भाजपा का सफाया होने जा रहा है। खुद रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा से हार की कगार पर पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री बघेल के बाल सखा और कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन एक इतिहास रचने जा रहे हैं।

0 परिवारवाद राजनीति को लेकर आपका क्या कहना है ?
00 राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा कांग्रेस को परिवारवाद के जरिये घेरने की नाकाम कोशिश करती रही है। मौजूदा विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने रिश्तेदारों को टिकट बांटकर यह जाहिर कर दिया कि परिवारवाद पर नीति भाजपा की दोहरी रही है। रिश्तेदारों के चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है।

0 छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के प्रति कहीं-कहीं नकारात्मक विषयों पर भी भाजपा हमलावर है, इस पर आपका क्या कहना है?
00 देखिए छत्तीसगढ़ की स्थिति को पिछले 5 साल में राष्ट्रीय मानचित्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नए आयाम के साथ आगे बढ़ाया है। चाहे वह सांस्कृतिक संपन्नता हो या फिर आर्थिक ताकत बढ़ाने का मामला हो। विकासपरख सोच के साथ मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को जीवित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा सिर्फ नकारात्मक माहौल बनाने पर जोर दे रही है।

0 कांग्रेस संघीय ढ़ांचे को लेकर हमेशा सवाल खड़ी करती रही है। आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
00 कांग्रेस का कहना है कि संघीय ढांचे राज्यों के हित से जुड़े हुए हैं। जबकि भाजपा राज्यों के अधिकारों को खत्म करने का षडयंत्र कर रही है, इसलिए केंद्र में सरकार आने पर सरकार संघीय ढांचे को और सशक्त बनाने की दिशा में काम करेगी।


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