राजनांदगांव

डाकलिया ने कहा प्रदेश प्रभारी शैलजा के निर्देश पर कांग्रेस को जीताने नाम वापस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 अक्टूबर। कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे पूर्व महापौर नरेश डाकलिया ने चुनाव मैदान से खुद को अलग कर लिया है। टिकट के प्रबल दावेदार रहे डाकलिया ने बागवती तेवर दिखाते निर्दलीय नामांकन जमा किया था। नाम वापसी के आखिरी दिन सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन के आग्रह पर डाकलिया ने नामांकन वापस ले लिया।
बताया जा रहा है कि प्रदेश प्रभारी शैलजा ने भी फोन पर डाकलिया से नामांकन वापस लेने की अपील की थी। इससे पहले डाकलिया के निवास पर कांग्रेस उम्मीदवार देवांगन ने मुलाकात की। डाकलिया से आपसी चर्चा में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के हित में कार्य करने की गुजारिश की। डाकलिया से प्रदेश प्रभारी शैलजा ने दो बार फोन पर चर्चा कर भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ काम करने के लिए साथ चलने की अपील की।
प्रदेश प्रभारी ने कांग्रेस प्रत्याशी देवांगन को समर्थन देने डाकलिया से हाथ बढ़ाने की अपील की। इसके बाद देवांगन महापौर डाकलिया के घर में आज दो घंटे साथ रहे। डाकलिया के फैसले पर राजनीतिक प्रेक्षकों की नजर थी। राजनीतिक हल्के में यह चर्चा है कि देवांगन के नाम पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ अप्रत्यक्ष तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव लड़ रहे हैं।
डाकलिया की कांग्रेस की सियासत में काबिल नेताओं में गिनती की जाती है। उन्होंने अपनी अच्छी साख के बदौलत संगठन से टिकट की मांग की थी। हालांकि कांग्रेस नेतृत्व ने गिरीश देवांगन को अप्रत्याशित तौर पर राजनंादगांव विधानसभा से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस फैसले को लेकर प्रमुख दावेदार हताश और निराश हो गए। वहीं डाकलिया ने बागी होकर नामांकन दाखिल किया था। दोनों नेताओं के बीच चर्चा में यह फैसला लिया गया कि डाकलिया कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करेंगे। डाकलिया ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि प्रदेश प्रभारी शैलजा के निर्देश पर उन्होंने नाम वापस लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काम से भी वह हमेशा प्रभावति रहे हैं। अब वह अपनी टीम के साथ भाजपा प्रत्याशी को हराने के लिए पूरा जोर लगाएंगे।