राजनांदगांव

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 8 अक्टूबर। दो दिन पहले घोरदा स्थित चूना पत्थर खदान के मामले में लालबाग थाना में आधी रात तक उपद्रव मचाने और पुलिस कर्मियों से झूमाझटकी करने वाली महिलाओं के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। सरकारी संपत्ति नुकसान अधिनियम के तहत 12 से 14 महिलाओं के विरूद्ध पुलिस ने जुर्म कायम कर लिया है। जल्द ही आरोपी महिलाओं की धरपकड़ शुरू होगी।
मिली जानकारी के मुताबिक 6 अक्टूबर की रात को घोरदा गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में थाना में धमक गए। घोरदा में संचालित चूना-पत्थर खदान को बंद कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम करने की घटना की जांच के तहत पुलिस ने मेघदास साहू नामक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इस बात की जानकारी मिलते ही ग्रामीण एकजुट होकर थाना में पहुंच गए। थाना परिसर के बाहर बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों में शामिल महिलाओं ने भी जमकर प्रदर्शन किया।
पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। पुलिस कार्रवाई का विरोध करते मेघदास साहू को छोडऩे की मांग के साथ प्रदर्शन तेज होता गया। मेघदास साहू को रिहा करने की मांग करते हुए महिलाएं थाना के मुख्य गेट में पहुंच गई। पुलिस ने भीड़ के आक्रमक रूख को देखते गेट को बंद कर दिया। महिलाओं ने चैनल गेट को काफी देर तक हिलाया। वहीं हंगामा करते हुए पुलिस प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी की। इस दौरान ग्रामीणों को समझाईश दे रहे एएसआई राजू मेश्राम के साथ झूमाझटकी की गई। जिससे उनके कंधे में लगा बैच टूटकर गिर गया। वहीं आरक्षक तामेश्वर वर्मा के साथ भी महिलाओं ने जमकर झूमाझटकी की। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए ग्रामीणों ने थाना परिसर में रात लगभग 1.30 बजे तक उपद्रव मचाया। आला अफसरों ने परिस्थिति को देखते हिरासत में लिए गए युवक को छोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से थाना परिसर में प्रदर्शन व नारेबाजी करने तथा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न के आरोप के तहत घोरदा की महिलाओं के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।