राजनांदगांव

कलेक्टर को 19 भाजपा पार्षदों ने सौंपा पत्र
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 28 सितंबर। राजनांदगांव नगर निगम में एक सियासी घटनाक्रम में विपक्षी भाजपा पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कलेक्टर को पत्र सौंपा है। कलेक्टर से भाजपा पार्षदों ने जल्द समय निर्धारित करने और महापौर के खिलाफ मतदान कराने की मांग की है। कलेक्टर ने विपक्षी पार्षदों से मुलाकात कर पत्र को फिलहाल स्वीकार किया है। उनकी ओर से कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है।
भाजपा पार्षदों ने ऐसे वक्त में अविश्वास प्रस्ताव की मांग की है, जब विधानसभा चुनाव के मुहाने पर राजनीतिक दल खड़े हुए हैं। महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायद लंबे समय से विपक्षी पार्षद कर रहे थे। बताया जा रहा है कि विपक्षी पार्षदों ने कांग्रेस के कुछ पार्षदों से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। भाजपा पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव पत्र सौंपने के दौरान कलेक्टर को जानकारी देते बताया कि महापौर ने अपने कार्यकाल में शहर की मूलभूत आवश्यकताओं एवं अन्य समस्याओं के निराकरण को छोड़कर निगम के संसाधनों का दुरुपयोग किया है। उन पर निगम में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप भी लगाए गए हैं।
अविश्वास प्रस्ताव सौंपे जाने के दौरान तरुण लहरवानी, हर्ष रामटेके की उपस्थिति में शिव वर्मा, विजय राय, मणीभास्कर गुप्ता, पारस वर्मा, शरद सिन्हा, गप्पु सोनकर, गगन आईच, मधु बैद, रानू जैन, कमलेश बंधे, अरुण देवांगन, रंजू मंटू यादव, जया यादव, उत्तरा अरुण दामले, सीताबाई डोंगरे, खेमिन राजेश यादव, टुमेश्वरी सेवक उइके, भानू साहू मौजूद थे।
भाजपा का विफल अभियान-मेयर
भाजपा के कदम को षडयंत्रकारी करार देते महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि समूचे राज्य में भाजपा कांग्रेस शासित निगमों में अविश्वास प्रस्ताव की मुहिम में जुटी हुई है। भाजपा बौखलाहट में है, क्योंकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है। भाजपा के ऐसे अभियानों से कांग्रेस सरकार और संगठन दोनों मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह अभियान पूरी तरह से विफल रहेगा।