राजनांदगांव
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समिति अध्यक्ष ने कहा चेयरमेन फौरन संज्ञान ले, मांग पूरी नहीं होने पर 3 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 सितंबर। जिला सहकारी समिति के कर्मियों ने बुधवार को सहकारी बैंक मुख्यालय के सामने धरना देकर वेतन वृद्धि समेत अन्य मांगों पर फौरन स्वीकृति देने की मांग की। जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले धरना देने वाले कर्मियों ने अपनी माली हालत को लेकर चिंता जताई। जिसमें कई सालों से समितियों में विभिन्न पदों पर कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों की वेतन वृद्धि नहीं किए जाने को लेकर अपनी आवाज मुखर की। पिछले 10 सालों से समिति के कर्मियों के तनख्वाह में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई। जबकि बैंकों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों की नियमित तौर पर पारिश्रमिक में बढ़ोत्तरी हो रही है।
संघ अध्यक्ष ईश्वर श्रीवास के नेतृत्व में एक ज्ञापन के जरिये बैंक अध्यक्ष से मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष श्रीवास का कहना है कि प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन में स्थानीय समिति कर्मियों ने भाग नहीं लिया था। बैंक अध्यक्ष द्वारा किसानों को परेशानी होने का हवाला देकर हड़ताल में नहीं जाने की अपील की थी। अध्यक्ष के आग्रह पर हड़ताल में कर्मचारी शामिल नहीं हुए। संघ के सहयोग के बावजूद उनकी मांगों पर बैंक मुख्यालय द्वारा विचार नहीं किया गया है।
समिति के अध्यक्ष ने विशेषकर डोंगरगांव, एलबी नगर एवं राजनंादगांव शाखा प्रबंधक के कार्यशैली को लेकर आपत्ति जताई थी। इस बीच धरना देने वाले कर्मियों ने साफतौर पर कहा कि सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसी कड़ी में आज बैंक मुख्यालय का घेराव करना शामिल है। 28 सितंबर को समिति कार्यालयों में काली पट्टी लगाकर विरोध किया जाएगा। तथा मांग पूरी नहंी होने पर 3 अक्टूबर से संघ अनिश्चितकालीन आंदोलन का रूख करेगा। इधर बैंक मुख्यालय के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। समिति में कार्यरत सहायक प्रबंधक से लेकर कम्प्यूटर आपरेटर, लिपिक, चौकीदार समेत अन्य कर्मचारी धरना में शामिल हुए।