राजनांदगांव

आरटीओ की बेजा वसूली से भडक़े मालिकों ने नांदगांव-बालोद रूट की बसें की खड़ी
15-Jul-2023 2:00 PM
आरटीओ की बेजा वसूली से भडक़े मालिकों ने नांदगांव-बालोद रूट की बसें की खड़ी

यात्री होते रहे परेशान, आरटीओ पर हजारों रुपए की वसूली का आरोप

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 15 जुलाई। आरटीओ की बेजा वसूली से भडक़े नांदगांव-बालोद रूट के बस मालिकों ने शनिवार को विरोध में बसों की आवाजाही पर रोक लगाते विभागीय कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए। बस मालिकों का आरोप है कि आरटीओ अफसर जांच के नाम पर जुर्माना लगा रहे हैं। वहीं  वैध दस्तावेज होने के बावजूद बस संचालकों ने रुपए मांगने का भी आरोप लगाया है। इधर विभाग का कहना है कि रूटिन जांच के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। दस्तावेज में कमी पाए जाने पर आर्थिक दंड के एवज में जुर्माना किया जा रहा है। जुर्माना की बकायदा रसीद भी दी जा रही है।

बताया जा रहा है कि पिछले तीन-चार दिनों से राज्य सरकार के निर्देश पर स्थानीय परिवहन अधिकारी बसों की जांच कर रहे हैं। फिटनेस से लेकर रोड टैक्स और अन्य जांच विभाग द्वारा की जा रही है। इस बीच आज सुबह राजनांदगांव और बालोद रूट पर चलने वाली 50 बस संचालकों ने विभाग पर वसूली का आरोप लगाते हुए बसों की नियमित आवाजाही पर रोक लगा दी। जिससे बस में यात्रा करने वाले यात्री परेशान हो गए। कई यात्री स्टैंड और चौक-चौराहों में बस का इंतजार करते नजर आए।

इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी यशवंत यादव ने ‘छत्तीसगढ़’ से कार्रवाई के संबंध में बताया कि रूटीन जांच के तहत बसों की जांच की जा रही है। दस्तावेज में कमी होने पर जुर्माना किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बस संचालकों को इसकी रसीद भी दी जा रही है। उधर दादा बस ट्रेवल्स के संचालक हरीश ने कहा कि जांच के नाम पर परेशान किया जा रहा है। विभाग के अफसर वसूली पर अमादा है। आरटीओ के इस अभियान के चलते बस संचालकों ने कार्रवाई के विरोध में बसों को खड़ा कर दिया है। कुछ बसें अपने गंतव्य के बीच में ही खड़ी हो गई है।  ऐसे बसों से यात्रियों को रास्ते में ही उतार दिया गया। आरटीओ और बस संचालकों के बीच चल रही तनातनी से यात्रियों को खामियाजा भुगतना पड़ा।

 विद्यार्थी और सरकारी कर्मी होते रहे परेशान

शनिवार सुबह अचानक बस बंद होने के कारण दिनभर यात्रियों को परेशान होना पड़ा। बसों के पहिये थमने से स्कूली और कॉलेज विद्यार्थी जहां परेशान हुए। वहीं रोजाना बसों में आवाजाही करने वाले सरकारी कर्मी व आम यात्री भी दिक्कतों से जूझते रहे। वैकल्पिक रूप से यात्रियों ने आटो और अन्य वाहनों का सहारा लिया। शहर के पुराना बस स्टैंड, पुराना गंज चौक, नंदई चौक समेत मोहरा, सिंगदई, हल्दी और सिंघोला समेत आगे की रूट पर यात्री बसों का इंतजार करते नजर आए। बस मालिकों के इस कदम से प्रत्यक्ष रूप से यात्रियों को ही मुसीबत झेलनी पड़ी। इधर एक यात्री यामिनी साहू ने कहा कि पहले समय पर बस पहुंच जाती है, लेकिन आज करीब आधे घंटा इंतजार को बावजूद बस नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि बस नहीं चलने पर अन्य साधन से वह गंतव्य तक जाएंगी। वहीं मानपुर की रहने वाली एक अन्य महिला यात्री भी अपने गंतव्य तक जाने के लिए परेशान दिखी।


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