राजनांदगांव

बसंतपुर थाना की गश्ती टीम पर उठ रहे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 जुलाई। शहर के रिहायशी जीवन कॉलोनी के दो मकानों में सेंधमारी कर अज्ञात चोरों ने लाखों रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। बसंतपुर थाना क्षेत्र के अधीन यह कालोनी एसपी-कलेक्टर बंगले से सटा हुआ है। ऐसे में बसंतपुर पुलिस की गश्ती पर जहां सवाल उठ रहे हैं। वहीं पुलिस की कमजोर होती पकड़ से चोरों के हौसले बुलंद हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले कालोनी के दो सूने मकानों में चोरों ने धावा बोल दिया। जीवन कॉलोनी के अपार्टमेंट में रहने वाले एक कांट्रेक्टर के मकान से लाखों के जेवरात पार कर दिए गए। मिली जानकारी के मुताबिक मोहम्मद गौस शेख नामक कांट्रेक्टर परिवार को लेकर पिछले सप्ताहभर से शहर से बाहर हैं, तभी चोरों ने अपना काम कर दिया।
बताया जा रहा है कि घर में काम करने वाली महिला ने ताला टूटा देखकर घटना की जानकारी गौस परिवार को दी। चोरी की घटना के बाद गुरुवार सुबह लौट आया है। बसंतपुर ने अब तक वारदात को लेकर आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि परिवार द्वारा रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि बेशकीमती सामानों को चोरों ने पार कर दिया है। जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए आंकी गई है। चोरों ने जेवरात और नगद अपने साथ रख लिया। चोरी की सूचना के बाद बसंतपुर पुलिस और सायबर सेल के अलावा डॉग स्क्वाड भी मौके पर पहुंचा। आसपास के इलाकों में पुलिस सघन तलाशी अभियान के तहत जांच कर रही है।
थाना प्रभारी शिव चंद्रा का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मामले की तफ्तीशी की जाएगी। परिवार आज सुबह लौट गया है। उनसे विस्तृत जानकारी ली जाएगी। बताया जा रहा है कि चोरों ने कॉलोनी में उधम मचा रखा है। तीन-चार दिन पहले भी एक शिक्षक के मकान से 50 हजार रुपए के सामान की चोरी की वारदात हुई थी। कमल कुमार देवांगन नामक शिक्षक छुरिया के शासकीय मकान में रहते हैं। स्थानीय कॉलोनी स्थित मकान का देखभाल के लिए एक महिला को रखा गया है। 10-11 जुलाई की दरम्यानी रात को शिक्षक के घर भी चोरों ने 50 हजार से ज्यादा की चोरी की घटना की।
बटालियन चोरी मामले में पुलिस के हाथ खाली
तीन माह पूर्व अप्रैल महीने में पेंड्री इलाके के 8वीं बटालियन में चोरी की वारदात करने वाले अज्ञात चोरों को पुलिस ने अब तक ढूंढ नहीं पाई है। लालबाग पुलिस और सायबर सेल की टीम इस चोरी की जांच में जुटी हुई है। तीन माह बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक कुछ नहीं लग पाया है। अप्रैल माह में चोरों ने बटालियन के 8 मकानों से करीब 15 लाख रुपए के जेवरात पार कर लिए थे। सभी मकान में रहने वाले जवनों का परिवार छुट्टी में गया हुआ था। बटालियन जैसे संवेदनशील जगह में हुई चोरी के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली है।