राजनांदगांव

द्विवेदी ने की मलपुरी में बुढ़ादेव की मूर्ति देने की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 जून। ग्राम मलपुरी में गोंडवाना शासिका रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस आदिवासी समाज द्वारा मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल सदस्य निखिल द्विवेदी सहित आदिवासी समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे। मुख्य अतिथि एवं सभी समाज प्रमुखों द्वारा विधिवत पूजा अर्चना कर रानी दुर्गावती का जयघोष किया गया। मुख्य अतिथि निखिल द्विवेदी ने रानी दुर्गावती जयंती के अवसर पर ग्राम मलपुरी में संगमरमर की बुढ़ादेव की मूर्ति देने की घोषणा की गई।
श्री द्विवेदी ने कहा कि रानी दुर्गावती भारत की उन वीरांगनाओं में से एक है, जिन्होंने अपने शौर्य और साहस और वीरता से एक नई इबारत लिखी। रानी दुर्गावती ने किसी के आगे घुटने नहीं टेके और मातृभूमि के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिया। उनका साहस और बलिदान हमेशा देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा। आदिवासी समाज ने देश को अनेक वीर महापुरुष दिए। जिनका योगदान राष्ट्रधर्म की रक्षा, लोककल्याण और प्रजा के प्रतिपाल करने में रहा हैं। हमारा गौरवशाली अतीत रहा। महारानी दुर्गावती का नाम इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। देश के इतिहास में अनेक राजाओं की वीरता की कहानी है, लेकिन वीरांगनाओं में रानी दुर्गावती का नाम अग्रगणय है।
कार्यक्रम में रवि साहू, प्रहलाद सिंह, ईश्वर मंडावी, भूषण उइके, शिवकुमार सेवता, बरसन नेताम, नारायण कोडप्पा, रोहित मंडावी, जीवन, केवल कतलाम, रमेसर कतलाम, खोरबाहरा, ईश्वरी , गुमेश, नारायण मंडावी, कंगलू कतलाम, नोहरु, दशरथ, सरवन, खूब लाल, गंभीर, नरोत्तम , ईश्वर, संतोष , मुकेश, खिलावन, कोमल शोरी सोरी, टहल सोरी, लोमन, छन्नू , धन्नु, युवराज, डमरु, दिलीप, गुहाराम, दुर्गेश , कुशल लक्ष्मण नेताम, जैयलाल, ललित कुमर्रे की उपस्थिति रही।