राजनांदगांव

साझा दौरे में विकास कार्यों और समस्याओं की जमीनी हकीकत जाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 जून। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के बीहड़ इलाकों की जमीनी हकीकत को जानने के लिए शुक्रवार को कलेक्टर और एसपी ने मोटर साइकिल से इलाके का रास्ता नापा। महाराष्ट्र और कांकेर के सरहदी गांवों की सीमा पर दोनों अफसरों ने दिनभर दर्जनभर गांव का रूख किया। दोनों ने गांवों के बाशिंदों के संग रूबरू होते प्रशासनिक स्तर पर चल रहे कार्यों की जमीनी हकीकत को समझा। वहीं नक्सल क्षेत्र में पुलिस की साख और कानूनी व्यवस्था को लेकर एसपी रत्ना सिंह ने आखिरी छोर में बसे गांवों का रूख किया। कलेक्टर एस. जयवर्धन और एसपी श्रीमती सिंह ने औंधी क्षेत्र के दर्जनभर संवेदनशील नक्सलग्रस्त गांव के लोगों से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की। बताया जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पोलिंग बूथों का भी अफसरों ने निरीक्षण किया। ग्रामीणों से मिलकर उनकी जरूरतों पर आधारित समस्याओं का हल निकालने का आश्वासन दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक मानपुर से औंधी पहुंचे अफसरों ने सबसे पहले बागडोंगरी गांव में आमद दी। तत्पश्चात घोटियाकन्हार पहुंचकर विकास कार्यों का जायजा लिया। घोटियाकन्हार से गट्टेपायली होकर अफसर नवागांव पहुंचे। उसके बाद पेंदोड़ी से सरखेड़ा पहुंचे। मोटर साइकिल से अफसरों ने दर्जनभर गांव के उबड़-खाबड़ रास्ते से सफर तय किया। बताया जा रहा है कि अफसरों की टुकड़ी को देखकर ग्रामीणों ने समस्याओं को लेकर बेखौफ जानकारी दी। अधिकारियों ने जल्द ही इलाके में व्याप्त समस्याओं का हल निकालने का भरोसा दिया।
आंगनबाड़ी बच्चों ने एसपी से सीखा ककहरा
एमएमसी जिले की पुलिस कप्तान रत्ना सिंह ने जिला मुख्यालय से करीब 60 किमी दूर गांवों का धुंआधार दौरा कर पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त को परखा। वहीं उन्होंने घोटियाकन्हार गांव में स्थित आंगनबाड़ी में पहुंचकर बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा का हाल देखा। उन्होंने बच्चों को ककहरा सिखाते प्राथमिक शिक्षा की बुनियाद से जुड़े शब्दों को जुबानी सिखाया। गौरतलब है कि नवपदस्थ एसपी रत्ना सिंह 2019 बैच की आईपीएस है। मोहला-मानपुर जिले में एसपी के तौर पर उनकी पहली तैनाती है। इस जिले में यह पहला मौका है, जब सरकार ने एक महिला आईपीएस को नक्सल क्षेत्र में काम करने की जवाबदारी सौंपी है। बताया जा रहा है कि नक्सल मामलों में एसपी श्रीमती सिंह ढ़ील देने के पक्ष में नहीं है। वह नक्सल मोर्चे में पुख्ता बंदोबस्त कर कड़ी कार्रवाई करने पर जोर दे रही है।