राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 मई। प्रदेश में ईडी के द्वारा 2000 करोड़ के शराब घोटाला उजागर करने पर पूर्व सांसद एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास घोटालों से भरा हुआ है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार को घोटाला करने में महारथ हासिल है।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विगत 4 साल के कांग्रेस शासन में नित नये भ्रष्टाचार एवं घोटाले उजागर होते रहें हैं, जिनमें कोयला घोटाला और चांवल घोटाला के बाद अब इस कड़ी में 2000 करोड़ रूपये का शराब घोटाला का नया नाम जुड़ गया है जिससे छत्तीसगढ़ प्रदेश एक बार फिर शर्मसार हुआ है। पूर्व सांसद मधु ने आरोप लगाया है कि मनी लांन्ड्रिग निरोधक अधिनियम के तहत ईडी की कार्रवाई में उजागर हुआ है कि प्रदेश में सरकारी शराब दुकानों में धड़ल्ले से अवैध शराब की ब्रिकी की गई है, और कमीशन एवं रिश्वत के रूप में 2000 करोड़ रूपये से अधिक की अवैध धनराशि उपार्जित की गई है।
उन्होंने कहा, ईडी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के बड़े भाई को इस घोटाले का मास्टरमाईन्ड बताया गया है, जिसने सत्तसाीन बड़े नेताओं, अधिकारियों और अन्य निजी हितधारकों का एक सिंडीकेट बनाकर सुनियोजित कार्यप्रणाली के तहत वर्ष 2019 से 2022 के बीच शराब बिक्री से 2000 करोड़ रूपये के शराब घोटाले को अंजाम दिया है।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मधु ने कांग्रेस पार्टी पर यह भी आरोप लगाया है कि इस शराब घोटाले के माध्यम से सरकारी खजाने का पैसा कांग्रेसी नेताओं की तिजोरियॉ भरने और कांग्रेस के पार्टी फंड में लुटाने के लिये उपयोग किया गया है, जिससे प्रदेश की वित्तीय स्थिति बद से बदतर हो गयी है। उन्होंने ईडी की रिपोर्ट के हवाले से यह भी कहा है कि राज्य सरकार के प्रश्रय में वर्ष 2019 से 2022 के बीच प्रदेश में बेची गई हर एक बोतल शराब में इस सिंडीकेट द्वारा कमीशन एवं रिश्वत वसूल की गई है।
वरिष्ठ भाजपा नेता मधु ने आबकारी विभाग पर भी इस भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश की सरकारी शराब दुकानों में कच्ची शराब बनाकर, डिप्लीकेट ग्लास बॉटल में भरकर, एवं डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेचा जाता रहा और जनता की जान से खिलवाड़ होता रहा, किन्तु कांग्रेस सरकार के दबाव में आबकारी विभाग अपनी ऑखें बंद किये बैठा रहा। इस मामले की सूक्ष्मतापूर्वक जॉच करने पर इस शराब घोटाला सिंडिकेट में सत्तासीन कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेताओं, आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, सभी जिलों के जिला वाणिज्यक कर अधिकारियों सहित कई प्राईवेड डिस्टलर्स, एफ.एल.10 लाईसेन्सधारक, मानव संसाधन उपलब्ध कराने वाली कई निजी कंपनी, फर्म, ग्लास बॉटल एवं होलोग्राम निर्माता कारोबारी, कैश कलेक्शन ठेकेदारों सहित कांग्रेस पार्टी के निजी हितधारकों का नाम उजागर होगा।
पूर्व सांसद मधु ने भूपेश सरकार पर आरोप लगाया है कि शासन के प्रश्रय में प्रदेश में सुनियोजित तरीके से संचालित अवैध शराब सिंडिकेट के माध्यम से करोड़ों की लूट के चक्कर में ही कांग्रेस पार्टी अपने घोषणापत्र में शराबबंदी का वायदा करने के बावजूद विगत 4 सालों से शराबबंदी को टालती आ रही थी, जिसे जनता अब समझ चुकी है।