राजनांदगांव

राजनांदगांव, 3 मई। पूर्व विधायक रामजी भारती के नेतृत्व में दो महिला समूह की दर्जनों महिलाओं ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। महिलाओं ने सामग्री सप्लायर व सीईओ के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने एसपी को ज्ञापन सौंपा। बताया गया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कौशल प्रशिक्षण के नाम से राशि स्वीकृत कराकर समूह की महिलाओं से 50 लाख रुपए की अनियमितता का मामला है।
मिली जानकारी के अनुसार डोंगरगढ़ अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छतीसगढ़ द्वारा मिनीमाता स्वयं सहायता समूह एवं पदमश्री अम्बे महिला स्वयं सहायता समूह ग्राम तेन्दूभाठा को जारी स्वीकृत राशि 20 लाख रुपए की गड़बड़ी के संबंध में शिकायत से संबंधित ज्ञापन सौंपकर महिलाओं ने सामग्री सप्लायर एवं जनपद पंचायत के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मण कचलम के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने एवं राशि की वसूली करने की मांग जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से की है। ग्राम तेंदूभाटा की दो महिला समूह की 2 दर्जन से अधिक महिलाओं ने पूर्व विधायक रामजी भारती के नेतृत्व में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण मध्य से विकासखंड डोंगरगढ़ के ग्राम मोहरा क्षेत्र की पांच महिला समूह को 50 लाख रुपए की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई थी। प्रशासन द्वारा एजेंसी बनाए गए तत्कालीन जनपद सीईओ द्वारा सामग्री सप्लायर से मिलीभगत कर महिलाओं के लिए स्वीकृत की गई 50 लाख रुपए की राशि को नियम विरुद्ध सामग्री सप्लायर को ट्रांसफर कराकर लगभग 45 लाख रुपए की हेराफेरी की गई। जिसकी शिकायत पूर्व विधायक रामजी भारती द्वारा शासन स्तर पर की गई थी। जिसकी जांच रिपोर्ट में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप एजेंसी पर लगाया गया, किंतु वसूली की नोटिस महिला समूह को दी गई। जिससे महिलाओं में काफी आक्रोश है और वह न्याय मांगने जिला प्रशासन के पास पहुंची है। स्थानीय विधायक व जिला पंचायत सदस्य पर खुला आरोप जिला कलेक्टर व एसपी के पास ग्राम तेंदूभाटा की दो महिला समूह ने राशि के हेराफेरी में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग करने का आरोप स्थानीय विधायक भुनेश्वर बघेल एवं क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य पुष्पा गौकरण वर्मा पर लगाया है।
सप्लायर व सीईओ पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने ज्ञापन
मिनी माता स्व. सहायता समूह एवं पदमश्री अंबे स्व. सहायता समूह ग्राम तेन्दूभाठा की दर्जनों महिलाओं ने जिला कलेक्टर व एसपी कार्यालय में दिए गए ज्ञापन में कहा है कि राशि स्वीकृत करने के पूर्व दोनों स्व. सहायता समूह की बैठक में स्थानीय विधायक एवं क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य द्वारा समूह को शत-प्रतिशत अनुदान राशि द्वारा एलईडी बल्ब निर्माण एवं प्रशिक्षण की बात कही एवं सहायता समूह को सहायक आयुक्त आदिवासी विकास राजनांदगांव के नाम से कोरे प्रोफार्म में हमारे समूह के सदस्यों से रोजगार हेतु हस्ताक्षर कराए गए।
नोटिस मिलने के बाद ज्ञात हुआ धोखाधड़ी का मामला
6 अप्रैल को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डोंगरगढ़ द्वारा समूह के नाम से उक्त आवंटित राशि 10-10 लाख रुपए की वसूली हेतु नोटिस भेजा गया, तब हमें हमारे सम्पूर्ण धोखाधड़ी एवं गबन की जानकारी हुई।
दोषियों से राशि की वसूली कराई जाए
ज्ञापन के माध्यम से महिला समूह की सदस्यों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि फर्जीवाड़ा में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों से राशि की वसूली कराई जाए एवं उन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालों में कुलेश्वरी मारकण्डे, त्रिवेणी वारले, लता मारकण्डे, अंकलहीन भारती, राजबाई भारती, कांती जोशी, शंकर बघेल, कुमारी चर्तुवेदी, गायत्री भारती, प्रियंका बंजारे, सरोज मारकण्डे, हेमीन भारती, लोचन भारती, उत्तरा मारकण्डे, नर्मदा भारती, गंगा बघेल, तिजन बघेल, केरा भारती, पुष्पा मारकण्डे, राजकुमारी बघेल, ललिता मारकण्डे, किरण भारती सहित अन्य महिलाएं शामिल रही।