राजनांदगांव

शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर के नेतृत्व ली प्रेसवार्ता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अप्रैल। आज देश में जिस प्रकार की स्थिति निर्मित हो रही है शायद भारत देश में पहले कभी नहीं हुआ है। जिस तरह आज देश में संविधान की अवहेलना व धज्जियां उड़ाई जा रही है व किसी हिटलर से कम नहीं। आज केन्द्र की मोदी सरकार की तानाशाही रवैये अपना रही है यह सोचनीय विषय है। इससे पहले देश में कई प्रधानमंत्री हुए जिनके ऐतिहासिक निर्णय आज भी देश याद करता है। किन्तु जब प्रधानमंत्री मोदीजी के कार्यकाल की समीक्षा होगी तो इसमें नोटबंदी, जीएसटी, बेतहाशा महंगाई, भ्रष्टाचार और नफरत की राजनीति और किस तरह उन्होंने शासन चलाया उन कार्यों को काले अक्षरों में लिखा जाएगा। उक्त बातें प्रेसवार्ता में खादी एवं ग्रामोद्योग के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने कही।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देशानुसार शहर कांग्रेस द्वारा जय भारत सत्याग्रह आंदोलन के तहत शुक्रवार 31 मार्च को खादी एवं ग्रामोद्योग के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी व शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने प्रेसवार्ता ली।
इस दौरान श्री तिवारी ने बताया कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में आज आम आदमी की आवाज उठानाए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया हैं। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष 4 बार के सांसद राहुल गांधी जब संसद के अंदर बात करते है तो उनको बोलने नहीं दिया जाताए उनका माइक बंद कर दिया जाता है। सत्तारूढ़ दल के सांसद बहुमत के अतिवादी चरित्र का प्रदर्शन करते हुए संसद की कार्रवाई नहीं चलने देते है। केन्द्रीय मंत्री अपने पद की गरिमा को तार-तार करते हुऐ अनर्गल बयानबाजी करते है और जब इन सबसे भी राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और विपक्ष की आवाज को नहीं दबा पाते तो एक और षडयंत्र रचा जाता है।
श्री तिवारी ने बताया कि राहुल गांधी के उपर यह सारी कार्रवाई क्यों की गयी। इसका एक मात्र कारण है राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री की दुखती रग पर हाथ रख दिया। उन्होंने मोदी के निकट सहयोगी अडानी के घोटालेबाजी और अडानी-मोदी के गठबंधन पर आवाज उठाया। कोई सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी का अडानी से क्या रिश्ता है, उन्होंने श्री अडानी के विमान में आराम करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर दिखाई। उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक, भारतद्ध के चेयरमैन के साथ बैठे नरेन्द्र मोदी और श्री अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर 1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था, के बारे में दस्तावेज दिए। यह सबूत के साथ सवालों का दूसरा सेट था।
राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण, लगभग पूरी तरह से संसद के रिकार्ड से हटा दिया गया क्यों? संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में, भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा संसद को बाधित कर रही थी और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है।
जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर संयुक्त संसदीय समिति चाहता है। राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया। लोकसभा अध्यक्ष को राहुल जी ने दो लिखित अनुरोध किये कि उनको संसद में जवाब देने दें। इसके बाद तीसरी बार अध्यक्ष से मीटिंग भी की पर तीन अनुरोधों के बावजूद अध्यक्ष जी ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इंकार कर दिया। इससे साफ पता चलता है कि पीएम मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो।
दूसरा घटनाक्रम
13 अपै्रल 2019 को कर्नाटक के कोलार में चुनावी भाषण देते हैं श्री राहुल गांधी, 16 अपै्रल 2019 बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने गुजरात के सूरत में शिकायत दर्ज कराई।
07 मार्च 2022 शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत पर गुजरात उच्च न्यायालय से रोक लगाने की मांग कीहाईकोर्ट ने रोक लगा दी।
07 फरवरी 2023 राहुल गांधी ने लोकसभा में अडानी और पीएम मोदी के रिश्तों पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया।
16 फरवरी 2023 शिकायतकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय में रहने के अपने अनुरोध को वापस ले लिया।
27 फरवरी 2023 निचली अदालत ने सुनवाई फिर से शुरू।
23 मार्च 2023 ट्रायल कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराया और अधिकतम 2 साल की सजा सुनाई।
24 मार्च 2023 लोकसभा सचिवालय ने 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी।
हम कानून की लड़ाई लड़ेंगे
हम न्यायिक प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। आगे हम कानूनी लड़ाई लडेंग़े। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के तीन दिन के अंदर लोकसभा के गृह समिति ने राहुल गांधी को मकान खाली करने के लिये 30 दिन का नोटिस दे दिया। यह सारी कार्रवाई यह बताने के लिये पर्याप्त है कि इस देश में तानाशाही और असहिष्णु सरकार चल रही है।
अध्यक्ष श्री राजेन्द्र तिवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सबसे पहले, भाजपा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने विदेशी ताकतों से लंदन में भारत की मदद करने के लिए कहा। ये एक सफेद झूठ है!
दूसरा- भाजपा अब झूठा हौवा खड़ा कर रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी को सिर्फ इसलिए निशाना बनायाए क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी से एक सवाल किया था! ध्यान भटकाने का एक और बोगस हथकंडा!
तीसरा- सूरत, गुजरात में एक निचली अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर भाजपा ने श्री गांधी को लोकसभा में उनकी सदस्यता को रद्द करने के लिए बिजली की गति से काम किया, भले ही अदालत ने उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया! भाजपा राहुल गांधी से इतना डरती क्यों है?
महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना आजाद को या तो राजद्रोह या जेल के मामले में अंग्रेजों ने सजा दी। अंतत: कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ जीत हासिल की। अब मोदी सरकार चोरों और घोटालेबाजों का पर्दाफाश करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साध रही है। कांग्रेसी लड़ेगी, फिर जीतेगी। यह प्रहार सिर्फ राहुल गांधी पर नहीं यह आक्रमण देश के समूचे विपक्ष पर यह देश की 135 करोड़ जनता को धमकाने की साजिश है। राहुल गांधी विपक्ष के सबसे प्रभावशाली नेता है। जब उनकी सदस्यता रद्द कर सकते है उनकी आवाज दबा सकते है, तब आम आदमी की क्या बिसात यह भारत के प्रजातंत्र में तानाशाही की शुरूआत है। कांग्रेस इससे डरने वाली नहीं।
प्रेसवार्ता में प्रमुख रूप से अत्यावसायी वित्त विकास निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला, प्रदेश महासचिव शाहिद खान, छग खादी एवं ग्रामोद्योग के सदस्य श्रीकिशन खंडेलवाल, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष मन्ना यादव, छग पर्यटन विभाग के सदस्य निखिल द्विवेदी, सचिव प्रदेश कांग्रेस आफताब आलम, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष विकास त्रिपाठी, जिला कांग्रेस ग्रामीण प्रवक्ता रूपेश दुबे, ज्ञानचंद बाफना, शहर कांग्रेस महामंत्री अमित चंद्रवंशी, हनी ग्रेवाल, उत्तर ब्लॉक अध्यक्ष आसिफ अली, दक्षिण ब्लॉक अध्यक्ष सूर्यकांत जैन, एनएसयूआई अध्यक्ष अमर झा, सेवादल अध्यक्ष अमित खंडेलवाल, सुरेन्द्र देवांगन, जितेन्द्र कौशिक उपस्थित रहे।