राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल का छग की पावन धरा पर पधारे पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम महाराज पर सोशल मीडिया के माध्यम से अशिष्ट और अभद्र टिप्पणी को सांसद संतोष पांडेय ने असभ्यता करार देते कहा कि मुख्यमंत्री बघेल के पिता का बयान सांप्रदायिक सौहाद्र बिगाडऩे का मामला है। इसका संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री रासुका के तहत नंदकुमार बघेल को गिरफ्तार करें। यह प्रथम बार नहीं है, जब नंदकुमार बघेल ने अपने मुंह से जहर उगला है। इसके पहले भी कई बार ये हिन्दू धर्म, सनातनी संस्कृति एवं सनातन अनुयायियों के विरूद्ध असभ्य, अशोभनीय और अपमानजनक बयानबाजी कर सरलता से बचते चले आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ऐसे ही अनर्गल टिप्पणी उन्होंने उत्तरप्रदेश में की थी, जिस पर इनके खिलाफ रासुका की धारा के अंतर्गत कार्रवाई की आशंका को भांपते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन्हें छत्तीसगढ़ से रातों-रात पुलिस भेजकर वहां से सुरक्षित छत्तीसगढ़ ले आए और अपने पिता पर सनातनी धर्म और संस्कृति की रक्षक योगी सरकार की कार्रवाई से बचा लिया।
अभद्र टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि कथा कोई भेंट, धन या चढ़ावा, इक्_ा करने का मार्ग नहीं है, अपितु साधु संत इसे अपना कत्र्तव्य मानकर इसके माध्यम से मानव समाज को सद्मार्ग पर चलने और जीवन में सद्कर्म करने की प्रेरणा देते हैं। कथा श्रवण का अर्थ भगवान का सानिध्य पाना होता है। नंदकुमार बघेल को दिखाई नहीं देता, जब उनके पुत्र भूपेश बघेल कांग्रेस पार्टी का एटीएम बनकर छत्तीसगढ़ प्रदेश का पैसा अन्य राज्यों के चुनाव में छूमंतर करते हैं। यह तो हद है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर प्रदेश की जनता का करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाने वाले वाले भूपेश बघेल के पिता को श्रीराम कथावाचन और श्रवण में पाखंड दिखता है।