राजनांदगांव
तीनों जिलों के 92 लाख क्विंटल की तुलना में 94 लाख क्विंटल धान किसानों ने बेचे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 जनवरी। धान खरीदी के मामले में इस साल पुराने रिकार्ड ध्वस्त हो गए हैं। राजनांदगांव, एमएमसी व केसीजी जिले में लक्ष्य से 10 दिन पहले ही धान की खरीदी पूरी हो गई है। जबकि अभी 31 जनवरी तक किसानों को अपना उपज बेचने का मौका है। तीनों जिलों को मिलाकर 94 लाख क्विंटल धान की खरीदी पूरी हो गई है।
यह लक्ष्य ऐसी स्थिति में पूरा हुआ है जब तीनों जिलों के 14 हजार से अधिक पंजीकृत किसान धान बेचने सोसायटियों तक नहीं पहुंचे हैं। तीनों जिलों को मिलाकर 92 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। यानी 20 जनवरी तक लक्ष्य से दो लाख क्विंटल धान की खरीदी अधिक हो गई। तीनों जिलों के 149 सोसायटियों में धान की खरीदी जारी है। 31 जनवरी की शाम तक किसान अपनी उपज बेच सकते हैं। इस साल धान खरीदी अनुमानित आंकड़े से भी अधिक उपर जाती दिख रही है। राजनांदगांव जिले में 6 हजार, केसीजी व एमएमसी जिले में 3-5 हजार किसान उपज नहीं बेच पाए हैं।
बताया जा रहा है कि सोसायटियों में अब भी 24 लाख क्विंटल धान जाम हो गया है। यानी परिवहन की व्यवस्था बेहद धीमी है। धान का उठाव मनमाने ढंग से किया जा रहा है। डीओ जारी होने के बाद भी धान का परिवहन करने में रूचि नहीं ली जा रही है। तीनों जिलों को मिलाकर 24 लाख क्विंटल धान सोसायटियों में पड़े हुए हैं। उधर किसानों से लिंकिंग के माध्यम से अब तक 600 करोड़ की कर्ज वसूली भी हो गई है। बैंक को भी इससे राहत महसूस हो रही है।
किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए एक नवंबर से सरकार ने शुरूआत की थी। अच्छी पैदावार होने के कारण सोसायटियों में धान बेचने के लिए किसान उमड़ पड़े। मौजूदा आंकड़े देखकर उम्मीद की जा रही है कि धान खरीदी का लक्ष्य 95-96 लाख क्विंटल तक पहुंच सकता है। बहरहाल अच्छी फसल से धान की खरीदी-बिक्री व्यापक स्तर पर हुई। निर्धारित लक्ष्य को समय से पहले ही पूरा कर लिया गया।