राजनांदगांव

शहर अध्यक्ष कुलबीर ने भाजपा कार्यकाल में हुए कार्यों की फाईल गायब होने का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 जनवरी। शहर के बहुचर्चित बूढ़ासागर में सौंदर्यीकरण भ्रष्टाचार के मामले को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने शासन स्तर से जांच करने की मांग की है। सोमवार को पत्रकारवार्ता में श्री छाबड़ा ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए कार्यों को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी।
पार्षद व शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री छाबड़ा ने आरोप लगाया कि साढ़े 17 हजार करोड़ के कार्य की पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और तत्कालिन महापौर मधुसूदन यादव ने भूमिपूजन और लोकार्पित किया था। शीतला मंदिर सिद्धपीठ में सौंदर्यीकरण व निर्माण कार्य के लिए बतौर पार्षद उन्हें आमंत्रित तक नहीं किया गया। इस मामले को लेकर भाजपा सरकार की शुरू से संदिग्ध भूमिका रही है। सौंदर्यीकरण का कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। वर्तमान में इस भ्रष्टाचार की पूरी जांच में निगम आयुक्त को उन्होंने लिखित आवेदन देकर सक्षम अधिकारी से जांच कराने की मांग की थी।
इसी बूढ़ासागर में पार्षद निधि से ज्योतिकलश विसर्जन हेतु कुंड निर्माण के लिए 4 लाख रुपए की राशि अनुशंसा उन्होंने की थी, किन्तु विसर्जन कुंड नहीं बनाकर निगम द्वारा सार्वजनिक भवन के किनारे स्टेक निर्माण का निर्माण कर संबंधित ठेकेदार को 4 लाख 56 हजार रुपए भुगतान कर दिया। पूर्व में विसर्जन कुंड की नस्ती का उन्हेंं अवलोकन करने का अवसर भीनहीं दिया गया। पार्षद निधि की राशि को खर्च कर दिया गया, लेकिन विसर्जन कुंड आज पर्यन्त तक नहीं बना। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व महापौर मधुसूदन यादव का कार्यकाल भ्रष्टाचार से भरा पड़ा है। यह तानाशाही और अहंकार का नतीजा है, जब नगर निगम के सभाओं से संबंधित नस्तियां मांगने पर भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
श्री छाबड़ा ने आगे कहा कि लोगों के आस्था के केंद्र मां शीतला मंदिर में स्थित बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण का कार्य में भी खूब भ्रष्टाचार किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में आंख बंदकर भाजपा के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए मौन साधे रखा। उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण के आड़ में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच से सभी भ्रष्टाचारियों के चेहरे सामने आ जाएंगे।