राजनांदगांव

दिव्यांग बच्चों के हुनर को पहचान कर उसे बढ़ावा देने की जरूरत
11-Dec-2022 4:12 PM
दिव्यांग बच्चों के हुनर को पहचान कर उसे बढ़ावा देने की जरूरत

दिव्यांग बच्चों का कलेक्टर ने बढ़ाया हौसला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 दिसंबर।
कलेक्टर डोमन सिंह ने शुक्रवार को शारीरिक, मानसिक और दृष्ट दृष्टिबाधित बच्चों के बीच अपना समय गुजारा। कलेक्टर ने दिव्यांगजनों हेतु शिक्षण प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र, शासकीय बौद्धिक मंदता वाले बालक-बालिका विशेष विद्यालय, आस्था मूकबधिर शाला एवं अभिलाषा दृष्टि व अस्थि बाधित केंद्र पहुंचकर यहां रह रहे दिव्यांग बच्चों के संग अपना पल गुजारा। इस दौरान कलेक्टर ने इन बच्चों की शारीरिक पीड़ा को संवेदनशीलता पूर्वक महसूस किया।

कलेक्टर ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के हुनर को पहचान कर उसे बढ़ावा देने की जरूरत है। कलेक्टर ने संस्था के संचालकों से कहा कि इन बच्चों को अच्छे परामर्श, उचित अवसर और प्लेटफार्म मिलने पर सामान्य बच्चों की भांति अपनी प्रतिभा साबित कर सकते हैं।

कलेक्टर ने कहा कि इस बात को ध्यान में रखते बच्चों की शारीरिक और मानसिक मनोदशा के आधार पर उन्हें शिक्षण, प्रशिक्षण और पुनर्वास के लिए मानवीय संवेदनापूर्वक कार्य करें। इस दौरान कलेक्टर ने बच्चों को अपने हाथों से टॉफी बांटकर उनका हौसला बढ़ाया।

संस्था संचालक ने बताया कि बच्चे शारीरिक रूप से और मानसिक रूप से सही  हैं। सुनने और बोलने में पूरी तरह से अक्षम हैं। इन बच्चों को विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षा दिया जाता है। कलेक्टर ने इन संस्थाओं का निरीक्षण किया।  इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार, उप संचालक समाज कल्याण बीएल ठाकुर उपस्थित थे।


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