राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 अक्टूबर। शासकीय कमलादेवी राठी महिला महाविद्यालय राजनांदगांव के मनोविज्ञान विभाग में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर छात्राओं हेतु मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण का आयोजन किया गया। आयोजन का उद्देश्य महाविद्यालयीन छात्राओं में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता विकसित करना था, क्योंकि कमला कॉलेज में अध्ययनरत अधिकांश छात्राएं ग्रामीण परिवेश से आती है एवं इस महत्वपूर्ण विषय से प्राय: अंजान होती है।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा ने कहा कि आज आधुनिक एवं अव्यवस्थित जीवन शैली के कारण लोगों के मानसिक स्वास्थ्य में लगातर गिरावट आ रही है। नकारात्मक दृष्टिकोण एवं सोच विचार के दोषपूर्ण तरीेके इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं, इसके प्रति जागरूक होकर ही इससे बचा जा सकता है। मनोविज्ञान विभाग द्वारा किया जा रहा यह प्रयास सरहनीय है।
मनोविज्ञान विभाग •े विभागाध्यक्ष डॉ. बसंत कुमार सोनबेर ने कहा कि छोटी-मोटी मानसिक समस्याएं तो प्राय: सभी व्यक्तियों में पाई जाती है, लेकिन समस्या तब उत्पन्न होती है, जब इसकी आवृत्ति एवं मात्रा में वृद्धि हो जाती है। मानसिक स्वास्थ में कमी होने की अवस्था में व्यक्ति निष्पादन में लगातार गिरावट होती है और वह अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल नहीं हो पाता है। इसे नजरंदाज करने से व्यक्ति गंभीर मानसिक व्याधियों से ग्रसित भी हो सकता है। अत: हमें इसके प्रति सचेत रहने की नितांत आवश्यकता है।
डॉ. मोना माखीजा एवं डॉ. ओमप्रकाश शर्मा ने खराब मानसिक स्वास्थ्य के लक्षणों, संभावित कारणों एवं इससे बचने हेतु अपनाए जाने वाले उपायों की तकनीकी जानकारी छात्राओं के सम्मुख विस्तारपूर्वक प्रस्तुत की। विभाग में कार्यरत जनभागीदारी प्राध्यापक राखी देवांगन ने प्रमोद कुमार द्वारा निर्मित मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण की प्रशासन एवं आकलन विधि से छात्राओं को अवगत कराया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की 100 छात्राओं का मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण मनोविज्ञान स्नातकोत्तर की छात्राओं द्वारा निर्धारित परीक्षण प्रपत्र के माध्यम से संपन्न कराया गया। परीक्षणोपरांत परीक्षार्थी छात्राओं को उनकी मानसिक अवस्था की जानकारी प्रदान की गयी एवं आवश्यकतानुसार उन्हें परामर्श भी प्रदान किया गया।