राजनांदगांव

कलेक्टर ने गौठान निर्माण एवं आजीविका संवर्धन कार्यों को दिया विस्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 जुलाई। शासन की सुराजी गांव योजना एक वजह बनी है क्रांति के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में जागृति लाने की। समूह की महिलाएं अपने हुनर एवं मेहनत से अपनी पहचान बना रही है। जिले में जहां एक ओर ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत बन रही है। वहीं दूसरी ओर महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं सशक्तिकरण की इबारत लिख रही हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने गौठान निर्माण एवं आजीविका संवर्धन कार्यों को विस्तार प्रदान करते शुक्रवार को जिले अंतर्गत लगभग 2 करोड़ 2 लाख की लागत से कुल 26 नवीन गौठान तथा लगभग 6 करोड़ की लागत से 207 से अधिक मुर्गी शेड की स्वीकृति प्रदान की है।
कलेक्टर श्री सिंह ने जनपद पंचायत छुईखदान में 3, छुरिया में 2, डोंगरगांव में 2, डोंगरगढ़ में 8, खैरागढ़ में 6, मोहला में 2 तथा राजनांदगांव जनपद पंचायत में 5 नवीन गौठान निर्माण की स्वीकृति दी है। इसी तरह कुक्कुट पालन परियोजना हेतु जनपद पंचायत अंबागढ़ चौकी में 19, छुईखदान में 38, छुरिया में 22, डोंगरगांव में 11, डोंगरगढ़ में 37, खैरागढ़ में 18, मोहला में 41, मानपुर में 18 तथा राजनांदगांव में 3 कुक्कुट शेड निर्माण के लिए स्वीकृति दी गई है। उन्होंने शेड के निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण किए जाने हेतु जनपद पंचायतों को निर्देशित किया है।