राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 मई। पीएम केयर्स फार चिल्ड्रन योजना के तहत कोविड-19 संक्रमण से माता-पिता दोनों को खोने वाले बच्चों को पीएम केयर्स फार चिल्ड्रन योजना में चिन्हाकित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बच्चों को संबोधित करते कहा गया कि योजना अंतर्गत बालकों को उनके उम्र के स्लेब के आधार पर राशि कलेक्टर एवं बालकों के संयुक्त खाते में जमा की गई है, जो कि बच्चें के 18 वर्ष पूर्ण होने पर 10 लाख रुपए हो जाएगी। 18 वर्ष से 23 वर्ष की आयु तक ब्याज की राशि पोस्ट आफिस में प्रचलित ब्याज दर के आधार पर दी जाएगी। निर्धारित राशि को 23 वर्ष बाद बच्चे द्वारा निकाला जा सकेगा। ऐसे बच्चों को 5 लाख रुपए तक वार्षिक उपचार हेतु प्रधानमंत्री जन औषधि योजना हेल्थ कार्ड भी दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चे देश की असली पूंजी है। बच्चों की पढ़ाई पर जोर देते कहा गया कि पुस्तकें मनोरंजक ही नहीं अपितु ज्ञान व मार्गदशन देती है। बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य तथा उच्च शिक्षा हेतु स्वानाथ योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। साथ ही जो बच्चे पढ़ाई नहीं कर रहे हैं, उन्हें कौशल विकास से व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। वर्चुअल कार्यक्रम में कोरोना पर आधारित लघु फिल्म दिखाई गई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा प्रदाय की जाने वाली वार्षिक छात्रवृति की राशि 20 हजार बच्चों के खाते में प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा डिजिटल रूप से हस्तांररित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान एनआईसी राजनांदगांव में विशेष रूप से उपस्थित अध्यक्ष राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग रायपुर तेजकुंवर नेताम, कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा बच्चों को प्रधानमंत्री द्वारा प्रदत्त किट प्रदाय किया गया। किट में पोस्ट ऑफिस खाता, प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना हेल्थ कार्ड, स्नेह प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री का बच्चों के नाम पत्र एवं योजना की जानकारी शामिल है। इसके अलावा सभी बालकों को टी-शर्ट भी वितरित किया गया। योजना अंतर्गत पात्र 18 वर्ष से कम उम्र के 4 बच्चों को प्रधानमंत्री द्वारा प्रदत्त किट का वितरण किया गया।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम ने कहा कि बच्चे अच्छे से पढ़ाई की ओर ध्यान दें, किसी भी प्रकार की नशे की ओर कदम न रखें। समाज की मुख्यधारा में रहते परिजनों के साथ खुशहालीपूर्वक जीवन व्यापन करें। किसी भी प्रकार से समस्या आने पर महिला एवं बाल विकास विभाग एवं जिला प्रशासन तथा आयोग को सूचित करें। बालकों को हर स्तर पर सहयोग किया जाएगा।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने बालकों को शासन द्वारा दिए जा रहे लाभ को सदुपयोग करने व निरंतर पढ़ाई करने को कहा। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर निष्ठा पाण्डे तिवारी , जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रेनु प्रकाश, सदस्य बालक कल्याण समिति चन्द्रभुषण ठाकुर,सदस्य किशोर न्याय बोर्ड विपिन ठाकुर एवं पुष्पलता गणवीर, शासकीय बालक सम्प्रेक्षण गृह के अधीक्षक प्रितराम खुटेल व योजनान्तर्गत पात्र बच्चे एवं उनके परिजन तथा जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।