राजनांदगांव

खैरागढ़ उपचुनाव नामांकन के लिए तीन दिन शेष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। खैरागढ़ उपचुनाव के लिए कांग्रेस-भाजपा में प्रत्याशियों को लेकर अभी भी मंथन चल रहा है। उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला होगा। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस पार्टी भी अपने उम्मीदवार के नाम पर विचार कर रही है। राजनीतिक रूप से इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा सीट पर कब्जा करने के लिए पूरा जोर लगाने की तैयारी में है। पिछले विधानसभा में यह सीट छजकां के साथ ही दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह जनता कांग्रेस के बैनर तले विजयी हुए थे। इधर आज देर शाम तक भाजपा और कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर सकते हैं। प्रबल संभावना है कि चुनावी वैतरणी पार करने के लिए दोनों पार्टी ‘लोधी कार्ड’ खेल सकते हैं।
कांग्रेस से महिला उम्मीदवार के रूप में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष यशोदा वर्मा के नाम के अलावा पूर्व विधायक गिरवर जंघेल और जिला पंचायत सदस्य विजय वर्मा का नाम भी चर्चा में है। इसी तरह कांग्रेस से ही दशमत जंघेल भी टिकट के लिए जोर लगा रही है। भाजपा कांग्रेस के सियासी चाल पर नजर रखे हुए हैं। लोधी समुदाय से कांग्रेस का उम्मीदवार होने की स्थिति में भाजपा भी इसी समाज से उमीदवार की घोषणा कर सकती है।
भाजपा से कोमल जंघेल एक बड़े लोधी समाज के चेहरे हैं। वह चार बार खैरागढ़ विधानसभा से किस्मत आजमा चुके हैं। जिसमें उन्हें क्रमश: दो-दो बार हार और जीत मिली थी। गैर लोधी समाज से सर्वाधिक चर्चा में विक्रांत सिंह का नाम है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह जमीनी राजनीति में काफी गहरी पैठ रखते हैं। वह लंबे अरसे से खैरागढ़ विधानसभा से टिकट के लिए दावेदारी करते रहे हैं, लेकिन जातिगत राजनीति के आड़े आने से हर बार उन्हें निराशा हाथ लगी। भाजपा से खम्मन ताम्रकार भी एक दावेदार हैं। इस बीच भाजपा कांग्रेस दमदार चेहरों पर ही दांव लगाने की तैयारी में हैं। कांग्रेस को सरकार में होने का फायदा मिलने की उम्मीद है। वहीं भाजपा सत्तारूढ़ कांग्रेस की तीन साल के कार्यकाल की खािमयों को मुद्दा बनाकर उपचुनाव में जीत का डंका बजाने की तैयारी में है। फिलहाल देर शाम तक दोनों दल प्रत्याशियों की घोषणा कर सकते हैं। इसके बाद चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ेगा।