राजनांदगांव

अंबागढ़ चौकी में सामाजिक कार्यक्रम के दावत में हुए थे शरीक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 दिसंबर। अंबागढ़ चौकी के एक मुस्लिम परिवार में सामाजिक कार्यक्रम के दौरान परोसे गए विषाक्त भोजन से बीमार एक बुजुर्ग महिला ने गुरुवार को राजनांदगांव के मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इससे पहले बुधवार को भी एक 11 वर्षीय बालिका की शरीर में पानी की कमी से मौत हो गई थी। लगातार दूसरे दिन संक्रमित भोजन खाने के चलते बीमार हुए एक और की मृत्यु हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक अंबागढ़ चौकी के साऊद्दीन खान के यहां ग्यारहवी शरीफ धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे थे। 5 दिसंबर को एक बड़े दावत का भी आयोजन किया गया था। दावत में बिरयानी परोसी गई थी। इसके खाने के बाद लगातार लोगों की तबियत बिगड़ती गई। तकरीबन 6 तारीख को 20 से अधिक लोग उल्टी-दस्त की शिकायत पर बीमार पड़ गए, जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इसके बाद 7 दिसंबर को हालत ठीक नहीं होने के बाद सभी को राजनांदगांव रिफर किया गया। संक्रमित भोजन के कारण लगातार सभी को उल्टी-दस्त की शिकायतें थी। दवाईयों का असर नहीं होने से सभी की स्थिति खराब होने लगी। इस दौरान मेडिकल कॉलेज में उपचार के बीच 11 साल की नर्गिस ने दम तोड़ दिया। इस बीच गुरुवार सुबह 10 बजे 65 वर्ष की मुमताज बी. की भी तबियत बिगडऩे से मृत्यु हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक मुमताज घुमका क्षेत्र की घुमका की रहने वाली है। वह भी काफी गंभीर स्थिति में मेडिकल कॉलेज में उपचारार्थ दाखिल हुई थी। शरीर में पानी की कमी से उनकी किडनी पर प्रतिकूल असर पड़ा। जिसके चलते उसने दम तोड़ दिया। मेडिकल कॉलेज प्रवक्ता डॉ. सीएस मोहबे ने बताया कि बुजुर्ग और बालिका की मौत किडनी फेल होने से हुई है। शरीर में पानी की कमी से उनकी स्थिति बिगड़ गई। जिसके चलते दोनों को बचाया नहीं जा सका।
मिली जानकारी के मुताबिक 20 लोगों में तकरीबन 5-6 का ही उपचार किया जा रहा है। दावत में मेजबान परिवार ने 100 किलो से अधिक बिरयानी परोसी थी। इस दावत में शामिल होने के लिए नागपुर, दुर्ग और अन्य शहरों से भी मुस्लिम बंधु पहुंचे थे। मिली जानकारी के मुताबिक इन शहरों के लोगों की भी तबियत खराब है। वह स्थानीय स्तर पर अपना उपचार करा रहे हैं।