राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 नवंबर। सिख धर्म के संस्थापक, प्रथम गुरू एवं मानवीय एकता के महान संदेश वाहक श्री गुरूनानक देवजी का 552वां आगमन पर संपूर्ण सिख जगत द्वारा 19 नवंबर को हर्षोल्लास के साथ प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाएगा।
राजनांदगांव सिख समाज द्वारा भी इस आगमन पर्व पर विशेष आयोजन किए गए हैं। गुरूद्वारा श्री गुरूसिंघ सभा राजनांदगांव द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत श्री गुरूनानक जयंती पर विविध परंपरागत एवं विशेष आयोजन रखे गए हैं। इस तारतम्य में विगत डेढ़ माह से श्री गुरूग्रंथ साहेब के अखंड पाठ की श्रंृखला, पिछले 11 दिनों से प्रात: 5 बजे प्रभातफेरियों की श्रृंखला तथा खालसा प्रिमियर लीग क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मुख्य आयोजन प्रकाश पर्व के रूप में 19 नवंबर को मनाया जाएगा। भाई नवनीत ंिसंह हजूरी रागी जत्था अमृतसर द्वारा 18 नवंबर तथा 19 नवंबर प्रात: एवं रात्रि के दिवान में अपने शबद किर्तन एवं गुरूवाणी गायन द्वारा उपस्थित सिख संगत को भक्ति भावना से जोड़ा जाएगा।
इधर प्रकाश पर्व को लेकर गुरूद्वारा को रंग-बिरंगे विद्युत रौशनी से सजाया गया है। रंगों की रौशनी से गुरूद्वारा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।