राजनांदगांव

आधा घंटा हवा में रहे श्रद्धालुओं की सांसे थमी रही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 अक्टूबर। डोंगरगढ़ के ऊपर स्थित मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए जाने के दौरान रोपवे के एकाएक बंद होने से शनिवार को हडकंप मच गया। एक ट्राली में करीब आधा दर्जन भक्तों के सवार होने के कारण अफरतफरी का माहौल बन गया। तकनीकी कारणों का हवाला देकर ट्रस्ट ने भले मामले से पल्ला झाडऩे की कोशिश की। लेकिन बीते कुछ बरसों में रोपवे में दर्शनार्थियों के साथ जानलेवा हादसे होने से अब स्थिति खतरनाक बन गई है। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को शाम करीब 4 बजे अचानक तकनीकी खराबी आने से रोपवे बंद हो गया। एक ट्राली में कुछ पुलिस जवान सवार होकर ऊपर जा रहे थे। करीब 5 सौ फीट की ऊंचाई पर जाने के दौरान ट्राली थम गई। इस दौरान ट्राली में सवार दर्शनार्थी डर गए। ट्राली के अधर में होने के कारण ट्रस्ट और प्रशासनिक महकमें में खलबली मच गई।
एक जानकारी के अनुसार ट्रस्ट ने कलकत्ता की दामोदर रोपवे कंपनी को करीब 7 साल के अनुबंध पर रोपवे संचालन का ठेका दिया है। अनुबंध के तहत कंपनी को ही रोपवे का संचालन और मेंटनेंस भी करना है। करीब चार साल पहले भी रोपवे में सवार ओडिशा की एक महिला की ट्राली से गिरने से मौत हो गई है। उस वक्त मौसम के खराब होने के चलते हवा के दबाव में ट्राली पलट गई थी। इससे पहले भी गुजरे दो बरसों में ट्राली में हादसे हुए हैं। लगातार हो रही घटनाओं के बाद भी ट्रस्ट भक्तों के रोपवे में आवाजाही को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं कर पाया है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल ने कहा कि तकनीकी कारणों से रोपवे करीब आधा घंटा के लिए बंद हो गया था। अब स्थिति सामान्य हो गई। उधर ट्राली में सवार श्रद्धालुओं के लिए ट्राली बंद होना किसी आफत से कम नहीं रहा। ट्राली के चलने के बाद आधा दर्जन भक्तों ने राहत की सांस ली।