रायपुर

बोरियाखुर्द-सेजबहार की सिटी बसें छह वर्ष से बंद क्यों?
19-Sep-2024 2:57 PM
बोरियाखुर्द-सेजबहार की सिटी बसें छह वर्ष से बंद क्यों?

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 सितंबर।
पुराने धमतरी रोड पर टिकरापारा से लेकर सेजबहार-कोरर तक न केवल एक बड़ी आबादी बसी है,बल्कि कई बड़े शिक्षण संस्थान भी है।
लेकिन यह इलाका सिटी बस की सुविधा से वंचित है। पूरा प्रोजेक्ट के तहत एक दो वर्ष बसें चलाने के बाद निगम की सिटी बस सोसायटी ने बंद कर दिया। 

जानकारी के मुताबिक  शहर से लगे गावों में शहरी सुविधाएं उपलब्ध कराने और जिला मुख्यालय से जोडऩे वर्ष 2016 में लागू पूरा और रूर्बन योजनाओं के तहत खरोरा, माना धरसींवा ,सेजबहार को भी शामिल किया गया था।इन इलाकों के रहवासियों को रायपुर शहर,और रेलवे स्टेशन से जोडऩे सिटी बस सेवा भी शुरू की गई। 6 बसे 2018-19 तक सफलता से चलाई गईं। लेकिन कोरोना काल आते ही बंद कर दी गई जो अब तक सडक़ पर नहीं लौटीं हैं। इसकी वजह से रहवासी महंगे आटो भाड़े में आवाजाही करने मजबूर हैं।   सेजबहार में यहां गृह निर्माण मंडल की हाउसिंग कॉलोनी के साथ बड़े स्कूल और शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज खोला गया। आईआईएम, कुछ निजी इंजीनियरिंग कॉलेज भी इसी इलाके में है। और टिकरापारा से लेकर कोरर तक सिटी बस की बड़ी मांग है। बसें चलाए जाने पर लागत के नजरिए से लाभकारी ही होंगी। 

इस संबंध में सिटी बस सोसायटी को एक ऑपरेटर ने बताया कि 2016 से दो वर्ष तक चलाई गई थीं। उसके बाद बंद करनी पड़ी। रूर्बन योजना के तहत रायपुर को मिली 95 में से 30 बसे हीं इस समय चल रही हैं । मांग तो सेजबहार ही नहीं राजधानी के चारों दिशाओं की बसाहट से हो रही है। बसें नहीं है। अभी खरोरा,माना, नवा रायपुर से ही चलाई जा रहीं है।निकट भविष्य में 100 नई ई बसें मिलने वाली है। उनमें से चलाने के प्रयास किए जाएंगे। 

कहीं यह कारण तो नहीं
वहीं सेजबहार,बोरियाखुर्द इलाके के रहवासियों ने सिटी बस बंद करने के पीछे एक नया कारण उजागर किया है। चर्चा में बताया कि दरअसल इस इलाके के बड़े निजी स्कूल,निजी इंजीनियरिंग कॉलेज प्रबंधन ने सिटी बस ऑपरेटर के साथ हुई अघोषित सेटिंग को बाद से बसें बंद की गई है । सिटी बसे चलने से यहां अध्ययनरत विद्यार्थी, स्कूल कॉलेज के महंगे किराए से बचने मेनेजमेंट की बसों के बजाए सिटी बस में आते जाते थे। सिटी बस चलने से स्कूल कॉलेज में अकस्मात अवकाश या पीरिएड न होने पर छात्र सिटी बस से लौटते रहे । इससे कॉलेज मैनेजमेंट को बस कन्विनियंस के नाम पर मंहगें लाभ से वंचित होना पड़ रहा था। सो सिटी बस ऑपरेटर से सेटिंग कर कोरोना काल के बहाने के बाद से सिटी बसें चालू नहीं कराई गई । लोगों का कहना है कि जब खरोरा नवा रायपुर से चलाई जा रहीं हैं तो सेजबहार में बंद क्यों कर दी गई।


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