रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 दिसंबर। पशु चिकित्सा विभाग के क्षेत्र सहायक सुरेंद्र सिंह भाटिया के विरुद्ध कलेक्टर आदिवासी विभाग ने जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता गुरनाम सिंह को जारी पत्र में जांच कार्रवाई की सूचना प्रसारित करते हुए शिकायत के पक्ष में दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने का उल्लेख किया गया है।
पहले खुद बना आदिवासी फिर बच्चे को बना दिया सामान्य
फर्जीवाड़े में भी कई अलग-अलग पहलू सामने आये हैं। सूत्रों एवं शिकायतकर्ता से मिली जानकारी अनुसार पहले तो सुरेंद्र भाटिया ने खुद को आदिवासी बता कर सरकारी नौकरी हथिया ली और इसके बाद भी फर्जीवाड़े का सिलसिला नहीं थमा और एक कदम आगे बढ़ाते हुए सुरेंद्र सिंह ने अपने बच्चे और पत्नी को सामान्य वर्ग का बताकर जमीन की बिक्री कर लाखों का वारा न्यारा कर दिया।
आरोप हुए साबित तो वसूली के साथ जेल की सलाखें तय
सुरेंद्र के ऊपर लगे फर्जी जाति के जरिये किये गए चार सौ बीसी के आरोप यदि साबित हो जाते हैं तो शासकीय नौकरी के जरिये मिले नगद लाभ की वसूली के अलावा जेल जाना लगभग तय है। शासन को अँधेरे में रख कर छल पूर्वक आदिवासी वर्ग का हक मारकर उनके आरक्षित पद पर कब्जा बड़ा मामला है।