रायगढ़
भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना समाप्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 30 सितम्बर। तीन करोड़ का टेंडर निरस्त होने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले सात दिनों से चल रहा धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।
ज्ञात हो कि नगर पंचायत बरमकेला में विकास कार्य को लेकर बन्दर बाँट करने के मामले में पार्षद, एल्डरमेन व स्थानीय कांग्रेसी पिछले सात दिनों से धरने पर बैठे हुए थे। कांग्रेसी नगर विकास के नाम पर हो रहे बंदरबाँट के खिलाफ मुहिम खोल रखा था जिससे शासन प्रशासन की एवं सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े, पद्ममा मनहर अनुसूचित आयोग सदस्य, सहित तमाम जनप्रतिनिधि के अथक प्रयास से नगर पंचायत बरमकेला में निविदा निरस्त करने छत्तीसगढ़ शासन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर से निविदा निरस्त करने व मुख्य नगर पालिका अधिकारी को कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद अब धरना को समापन कर दिया है। जिससे मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा धरना स्थल पहुंचकर उक्त आदेश को सभी के समक्ष पढक़र सुनाया जिससे धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।
धरना प्रदर्शन मे क्षेत्र के कई बड़े कांग्रेसी नेता पहुंच कर अपना समर्थन दे चुके हैं और गनपत जांगड़े ने भी बरमकेला नगर कि भाजपा सरकार के खिलाफ शिकायत किया था पर कार्रवाई नहीं होने पर कई सवाल खड़े हो रहे थे। नगर पंचायत बरमकेला के जनता यह सब कुछ बड़ी खामोशी से देख रही है, और आने वाले चुनाव में इसका जबाब जनप्रतिनिधियों को देना पड़ेगा आने वाले चंद महीने में विधानसभा चुनाव होना है और जनता सब कुछ देख रही है।
अब इस मामले पर स्थानीय विधायक उत्तरी जांगड़े ने उचित कार्रवाई होने कि खबर आंदोलनकारियों को देने पर 3 निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया है, जिससे अब बरमकेला कि राजनीति गरमा गई है।


