रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 21 जून। पूर्व विधायक व जननेता स्व. रोशनलाल अग्रवाल की जयंती 20 जून को उनके चाहने वालों ने यादगार बना दिया। मंगलवार को अग्रोहा भवन में आयोजित विशाल रक्दान शिविर में 180 लोगों ने ब्लड डोनेट (रक्तदान) कर इस कार्यक्रम को सफल बनाया। इस शिविर में महिलाओं और युवतियों में भी उत्साह देखा गया। उन्होंने भी बढ़-चढ़ कर इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए रक्तदान किया।
जननेता स्व. रोशन लाल की जयंती के अवसर पर पूरे जिले में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। शहर के गौरीशंकर मंदिर के पास स्थित अग्रोहा भवन में आयोजित विशाल रक्तदान शिविर ने पूरे जिले का ध्यान आकृष्ट किया।
दूर-दराज से लोग इस शिविर में शामिल होने शहर पहुंचे थे। कमलम परिवार, सेवा ब्लड बैंक के प्रमुख प्रेम साहू व टीम, रायगढ़ ब्लड बैंक के प्रमुख पंकज कश्यप व टीम सहित डॉक्टरों और जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक के प्रमुख मीरा सर व उनके स्टाफ की देखरेख में आयोजित इस शिविर में भारी गर्मी के बावजूद तय समय से अतिथियों व रक्तदाताओं का आगमन शुरू हो चुका था। सुबह करीब 9 बजे अग्रोहा भवन में जननेता रोशन लाल के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर वेद मंत्रोच्चार कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके बाद सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
आज के समय में भी रक्तदान को लेकर कई तरह के भ्रम फैले हुए हैं। जिसे समाप्त करते हुए जननेता स्व. रोशन अग्रवाल की तीसरी जयंती पर शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. शलभ अग्रवाल व डॉ. विश्वजीत मांझी ने अपना रक्तदान करते हुए बड़ा संदेश दिया। रक्तदान करने वाले डॉक्टर का संदेश है कि एक सामान्य व्यक्ति बिना किसी डर के रक्तदान कर सकता है। इससे कमजोर होने का कोई संबंध नहीं है।
आयोजनकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे अतिथियों को पुष्पमाला, शाल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं रक्त देने वाले रक्तदाओं को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिन्हें पाकर लोग खुश हुए। वहीं जीवन में आगे भी रक्तदान कर पुण्य के भागीदारी बनने की बात कहे।
रक्त दान का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे तक रखा गया था, लेकिन लोग शाम 6 बजे के बाद भी रक्त देने पहुंचते रहे। अंत में कुल 180 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदाताओं में एक दर्जन के करीब महिलाएं व युवतियां भी शामिल थीं। ज्ञात हो कि अधिकांश शिविरों में महिलाएं रक्त देने नहीं पहुंचती हैं, लेकिन जननेता को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने महिलाओं व युवतियों ने भी रक्तदान किया।