रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 जून। रायगढ़ रियासत के सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ, साहित्य व कला के उपासक रहे महाराजा स्व चक्रधर सिंह के तृतीय पुत्र कुंवर भानुप्रताप सिंह का 90 वर्ष की आयु में विगत 14 जून को राजधानी रायपुर में निधन हो गया था।
उनके पार्थिव शरीर को रायपुर से 15 जून को रायगढ़ लाया गया। जहां राजपरिवार के सदस्यों ने शहरवासियों के लिए अंतिम दर्शनार्थ रखा गया था। साथ ही शाम को उनकी अंतिम यात्रा भी निकाली। जिसमें राजपरिवार के सदस्यों के अलवा शहर के अनेक गणमान्य नागरिक भी शामिल होकर श्रद्धांजलि दी।
शुक्रवार की सुबह उनके निवास स्थान पील लाल निवास में सुबह से ही अंतिम दर्शन व पुष्पांजलि अर्पित करने शहरवासी बड़ी संख्या में पहुंचे। इसके पश्चात राजपरिवार के पुरोहित देवेंद्र शुक्ला महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ क्रिया कर्म पूजा की।
पूर्व मंत्री कुंवर भानुप्रताप सिंह के पार्थिव शरीर की पूजा अर्चना करने के बाद महल से उनके पार्थिव शरीर को बैंड में भगवान विष्णु की आरती के साथ पील लाल निवास के प्रांगण में लाया गया। जहाँ उनकी बेटी राजकुमारी विजयश्री सिंह ने पिंड पूजा अर्चना कीं। इसके पश्चात पील लाल निवास में बनाए गए चितास्थल में रखा गया पुन: पूजा अर्चना के बाद उनकी बेटी राजकुमारी विजयश्री सिंह ने एक पुत्र की मानिंद दोपहर करीब पौने 1 बजे मुखाग्नि दीं।