रायगढ़

टिमरलगा खनिज जांच नाका से बिना रायल्टी पर्ची के रोज निकल रहे दर्जनों भारी वाहन
21-May-2023 3:51 PM
टिमरलगा खनिज जांच नाका से बिना रायल्टी पर्ची के रोज निकल रहे दर्जनों भारी वाहन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 21 मई।  हमेशा से विवादों में घिरे रहने वाला माईनिंग विभाग अब अपने दायित्वों से ही आंख मुंद ले रहा है। वर्तमान में ताजा मामला सारंगढ़ जिले के चंद्रपुर- लातनाला स्थित टिमरलगा खनिज जांच बैरियर का है। यूं तो यहां पर खनिज विभाग अपने मातहत कर्मचारियों को अवैध परिवहन रोकने के लिए तैनात किया हुआ है। जिनके उपस्थिति में ही यहां से बिना रायल्टी पर्ची के ही गाडिय़ों को पार होने दिया जा रहा है।

टिमरलगा स्थित खनिज जांच नाका में जांच के नाम पर मात्र खानापूर्ति की जाती है। गुरूवार की शाम 4.30 बजे हमारे संवाददाता द्वारा मौके पर खड़े एक ड्रक ड्राइवर व जांच नाका कर्मचारी की संदिग्ध हरकतों को अपने कैमरे में कैद किया गया। वहीं जांच नाका कर्मचारी महेंद्र भगत से मामले में पूछताछ करने पर वह अपने बचाव में कहा कि मैं क्या कर सकता हूं। यहां पर कुछ दबंगों का अपना दबदबा है, जिनकी गाडिय़ों को मात्र रोकने की खानापूर्ति करने के बाद जाने दिया जाना हमारी मजबूरी है। ताकि लोगों को गाडिय़ों के पार होने पर कोई संदेह न हो।

वहीं मौके पर खड़े ट्रक क्रमांक सीजी -13 एडी 6406 ट्रेलर जिस पर 20 एमएम की लगभग 40 टन गिट्टी भरा हुआ था। ट्रक ड्राइवर ने जांच नाका में उक्त मटेरियल का कोई कागजात पेश नहीं कियाा। सिर्फ दो मिनट बैरियर में खड़े होने के बाद वहां से जाने लगा। उसके द्वारा गाड़ी की तरफ लपकने के दौरान हमारे द्वारा सवाल जवाब किया गया तो वह गाड़ी में डब्ल्यूएमएम लोड होना बताया। वह अपना नाम केशव बताया साथ ही गाड़ी में लोड डब्ल्यूएमएम छत्तीसगढ़ मिनरल्स से लोड कर लाना बताया गया। उससे रायल्टी संबंधी कागजात बेरियर में नहीं दिखाए जाने पर पूछा गया तो बताया गया कि मुंशी अजय भाई द्वारा

मुझे किसी प्रकार का कोई रायल्टी पर्ची नहीं दिया गया है। मौके पर उसने सिर्फ अजय भाई का गाड़ी होना बताया है। साथ ही गाड़ी मालिक के संबंध में और अधिक जानकारी देने से कतराता रहा।
 

अजय और पप्पू आखिर कौन है?
यहां सबसे खास बात यह है कि जिस शासकीय खनिज जांच नाका में अवैध परिवहन रोकने की जिम्मेदारी यहां बैठे कर्मचारियों पर है वे सिर्फ इन दबंगों का नाम सुनकर यहां से अवैध परिवहन को अंजाम देने वाले गाडिय़ों को छोड रहे हैं। आखिर अजय भाई और पप्पू को इतना तवज्जो यहां बैठे कर्मचारी क्यों दे रहे हैं। यह खनिज विभाग में चल रहे बड़े गड़बड़ी की ओर इंगित करता है।

ईडी के छापे के बाद बदले गए थे पुराने कर्मचारी
टिमरलगा खनिज जांच नाका में पूर्व में पदस्थ कर्मचारियों की सेटिंग इतनी जबर्दस्त थी कि यहां से रोजाना 15-20 गाडिय़ां रोज इसी तरह से पार किया जाता था। बाद में ईडी की कार्रवाई रायगढ़ खनिज विभाग में होने के बाद से यह रूटिन कुछ दिनों के लिए रोका गया था। इन दबंगों द्वारा अपने मंसूूबों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। जानकारों ने बताया कि इनके द्वारा गाड़ी सुबह 3 से 4 बजे के बीच में बड़ी संख्या में गाड़ी पार कराया जाता है।
 

प्रशासन से बढक़र कोई बड़ा  नहीं, मैं इनपर कार्रवाई करता हूं
इस संबंध में खनिज अधिकारी योगेंन्द्र सिंह ने बताया कि व्यक्ति विशेष के नाम लेकर बिना जांच के गाडिय़ों को पार करना गलता है। प्रशासन ने बढक़र कोई नहीं है। दबंगों से डरने की जरूरत नहीं है। मैं इन पर कार्रवाई करता हूं।


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