रायगढ़

रायगढ़ विधायक की अक्षमता का परिणाम गरीबों को झेलना पड़ रहा है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 19 मई। वार्ड नं. 4 स्थित सागारिका होटल के पीछे नाले के किनारे पिछले 40 वर्षों से झोपड़ी बनाकर निवासरत गरीब के मकान को बिना सूचना के निगम द्वारा तोड़े जाने पर पूर्व विधायक ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भूपेश सरकार पर गरीबों के प्रति दोयम दर्जे का व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंडित दास महंत पिता प्रेमदास उम्र 79 वर्ष वार्ड नं. 4 निवासी सागरिका होटल के पीछे नाला किनारे 40 साल से वहां 5 डिसमील कुल क्षेत्र में रह रहा है, निगम ने उसे बिना सूचना दिये उसकी अनुपस्थित में उसका मकान तोड़ दिया जबकि वह समय-समय पर निगम द्वारा मांगे जाने पर शुल्क भी पटाता रहा है, उसने जो रसीद दिखाई वह सन 2013 में 100 रूपये पटाने की थी।
पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने कहां कि 79-80 साल का गरीब बुढ़ा जो अपनी पत्नी के साथ टूटा-फुटा मकान बना कर 40 साल सेे रह रहा है उसे बिना सूचना दिये, बिना कारण बताये, उसकी गैर हाजिरी में उसका मकान निगम द्वारा तोड़ा जाना एक असंवेदनशील-निरंकुशता का परिचायक है, जो स्थानिय विधायक की अक्षमता एवं प्रदेश की कांग्रेस सरकार की गरीबों के प्रति दोयम दर्जे का भाव रखने का उदाहरण है।
पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने नगर निगम आयूक्त से आग्रह किया कि वे स्वयं इस मामले को देखे और सुनिश्चित करें कि इस गरीब बूढें पंडित दास महंत के साथ कोई अन्याय न हो। यदि किसी सार्वजनिक प्रयोजन से उसका मकान हटाया जाना विकल्प रहित है, आवश्यक है तो पहले उसके व्यवस्थापन की उचित व्यवस्था करा दें।