रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 अप्रैल। ग्राम पंचायत कुर्मीभौना से एसईसीएल का कोयला खदान लगा हुआ है। एसईसीएल अंतर्गत एस.के. कंपनी द्वारा अनुबंध पर कार्य किया जा रहा है। यहां खदान में ब्लास्ट के कारण मवेशियों की मौत होनें की बात सामने आ रही है। पीडि़त ग्रामीणों ने मामले की शिकायत क्षेत्र के थाने में करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बरौद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कुरमीभौना के मंगलुराम राठिया सोहन मांझी उदेराम मांझी एवं भीमराव बेहरा का गाय - बैल 02 अप्रैल 23 रविवार से घर वापस नहीं आने पर पशु मालिक व ग्रामवासी खोजबीन कर रहे थे। खोजबीन के दौरान पशु मालिक मंगलुराम राठिया के व्दारा देखा गया कि एक मृत गाय के एसके कंपनी के लोडर मशीन द्वारा मिट्टी डाला जा रहा था जब मंगलू मौके पर पहुँच तभी देखा की एसके कंपनी के लोडर वाले मंगलू को देखकर वहां से भाग गये। मंगलुराम राठिया व्दारा गांव में सूचना देने पर ग्रामवासी मौके पर जाकर देखे तो 8 गाय-बैल मृत अवस्था में देखा गया। पशुओं की मौत वाली जगह एसईसीएल कोयला खदान के अंतर्गत आता है।
पशु मालिकों ने आरोप लगाया है कि एसईसीएल के असमय ब्लास्टिंग की वजह से पशुओं की मौत हुई है और पशुओं की मौत को दबाने के लिए एसके कम्पनी ने पशुओं के शव को चोरी से मिट्टी डालकर दफन करने का प्रयास किया जा रहा था। उक्त मामले पर पीडि़त किसानों के साथ जनप्रतिनिधियों ग्रामीणों ने घरघोड़ा थाना में कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दर्ज कराया गया है। गौरतलब रहे कि पूर्व में इसी तरह के कई मामले घटित हो चूके है।


