रायगढ़
छिरवानी बीट में कुछ दिन पहले मिला था मवेशियों का शव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 5 अप्रैल। वन मंडल रायगढ़ में कई ऐसे संवेदनशील बीट है, जहां शिकारी लंबे समय से वन्य प्राणियों का शिकार करते आ रहे हैं। कई बार इसके प्रमाण मिल जाते हैं, तो कई दफे लचर मुखबिर तंत्र के अभाव में इसकी सूचना तक विभाग को नहीं होती है।
कुछ दिन पहले भी ऐसी स्थिति देखने को मिली। जहां रायगढ़ रेंज के छिरवानी बीट में एक से दो मवेशियों का शव जंगल में देखा गया। जिससे संभावना जताई जा रही है कि करंट के लिये बिछाए गए तार की चपेट में आने से इन मवेशियों की मौत हुई होगी।
ग्रामीण सूत्रों ने बताया कि गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा शिकार के नीयत से करंट बिछाया जाता है और इसी कारण इसकी सूचना विभाग को देने में ग्रामीण कतराते हैं। मृत मवेशियों का शव छिरवानी स्थित मुर्गी फार्म के पीछे देखा गया था। बताया जा रहा है कि जंगली सुअर इस ओर अक्सर देखे जाते हैं और इन्हीं के शिकार के लिये संभवत: करंट तार बिछाया गया होगा जिसकी चपेट में मवेशी आ गए।
वनकर्मियों के जंगल निरीक्षण पर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों की मानें तो कई ऐसे बीट हैं जहां संबंधित परिसर रक्षक नियमित रूप से जंगल भ्रमण ही नहीं करते हैं। कुछ मुख्यालय में नही होते हैं तो कोई सिर्फ दर्शन देकर वापस लौट जाते हैं। यही कारण है कि जंगलों में शिकारी सक्रिय हो जाते हैं और मौका पाते ही वन अपराध को अंजाम दे जाते हैं।
क्या कहते हैं वन परिक्षेत्र अधिकारी
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी लीला पटेल ने बताया कि छिरवानी से ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। जानकारी मिलने पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। विभाग के कर्मचारी नियमित रूप से जंगल भ्रमण करते हैं। वन अपराध को रोकने लगातार निगरानी जारी है।


