रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 मार्च। एक तरफ शासन द्वारा फ्लाई एस ईंटों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है तो दूसरी तरफ बिना अनुमति के ही क्षेत्र में फल लाल ईंट का कारोबार फूल रहा है। तमनार विकासखंड के अंतर्गत कई जगहों पर लाल ईंट का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है निश्चित रूप से लाल ईंट के कारोबार में अवैध कोयला का भी उपयोग हो रहा होगा। जिस पर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती।
तमनार क्षेत्र फ्लाई एस से भरा हुआ है जिसकी खपत के लिए फ्लैश ईटों का निर्माण किया जाता है और शासन द्वारा स्वीकृत निर्माण कार्यों में लाल ईंट का ही उपयोग करने हेतु निर्देश भी दिए गए हैं, परंतु तमनार में कई जगहों पर लाल ईंट का कारोबार फल फूल रहा है।
मुख्य मार्ग से लगे होने के बाद भी इन पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होना एक प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है या कहीं यह शासन के आला अधिकारियों के संरक्षण में तो नहीं हो रहा, क्योंकि लाल ईंट का परमिशन विभागों द्वारा नहीं दी गई बावजूद इसके खुलेआम लाल ईंट का कारोबार होना संदेह के दायरे में आता है लाल ईंट के कारोबार में संलिप्त लोगों से पूछे जाने पर अपने को कुंभकार जाती का होना बताकर धड़ल्ले से व्यवसायिक रूप से लाल ईंट का कारोबार कर रहे है एवं क्षेत्र में अवैध कोयला कारोबार एवं प्रदूषण को बढ़ावा देने में अपना योगदान दे रहे है और विभागीय अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है।


