रायगढ़
निर्माण कार्य 4 वर्षों से अधर में लटका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 4 मार्च। जल संसाधन संभाग रायगढ़ के केलो परियोजना अंतर्गत ग्राम नेतनागर में नाहर खुदाई का कार्य कराया जाना था। उक्त निर्माण कार्य के लिए विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में भूमि अधिग्रहित कर निविदा करते हुए ठेकेदार को कार्य आदेश भी जारी कर दिया गया था परंतु जब ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू किया तब भूमि अधिग्रहण से प्रभावित ग्रामीणों द्वारा निर्माण कार्य का विरोध करते हुए कार्य ठप कर दिया गया।
ठेकेदार जब भी निर्माण कार्य शुरू करता ग्रामीणों द्वारा उसका विरोध करते हुए कार्य को रोक दिया जाता। यह सिलसिला पिछले 4 वर्षों से चला आ रहा है जिसके कारण आज दिनांक तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।
प्रभावित ग्रामीण जनों का कहना है कि उन्हें उनकी अधिग्रहित भूमि का उचित मुआवजा नहीं मिला है। ग्रामीणों की मांग है कि शासन द्वारा अधिग्रहित भूमि के एवज में बाजार मूल्य पर मुआवजा प्रदान किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल जाएगा तब तक वह निर्माण कार्य को आगे बढऩे नहीं देंगे। दूसरी ओर ग्रामीण जनों की मांग को लेकर विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है और वह उल्टा ठेकेदार पर ही निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने हेतु दबाव बना रहे हैं।
वहीं शासन और ग्रामीणों के बीच की लड़ाई में फंसे ठेकेदार के लिए आगे कुआँ पीछे खाई वाली परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। ठेकेदार जैसे ही कार्य शुरू करता है ग्रामीणों द्वारा निर्माण स्थल पर हंगामा व उपद्रव कर निर्माण कार्य रुकवा दिया जाता है। शासन और ग्रामीणों के इस द्वंद में फंसा ठेकेदार अब असमंजस में है की लाखों की लागत लगाने के पश्चात निर्माण कार्य का भुगतान उसे प्राप्त होगा या नहीं और यदि होगा तो कब होगा उक्त समय मोके में सब इंजीनियर महेंद्र धीरे एवं एसडीओ डीडी पटेल उपस्थित थे।


