रायगढ़

स्कूली बच्चों के सुरक्षा को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
22-Jul-2022 7:03 PM
स्कूली बच्चों के सुरक्षा को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

भारी वाहनों की आवाजाही से हादसा होने का अंदेशा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 22 जुलाई।
नगर में यातायात व्यवस्था को लेकर लोगों में भारी नाराजगी देखा जा रही है। स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर गुरुवार को बंग समाज कल्याण समिति के बैनर तले नगरवासियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।  ज्ञापन में कोयले से भरे वाहनों पर शहर प्रवेश को लेकर रोक लगाए जाने की मांग की गई है।

शहरवासियों का कहना है कि कोयले से भरे वाहन और उनकी तेज रफ्तार की आवाजाही से शहर में बड़ा हादसा होने का खतरा बढ़ गया है। विदित हो कि 22 मार्च से जामपाली एसईसीएल खुली खदान से कोयला लोड करते हुए रायगढ़ रोड से कई गांव होते हुए नगर पंचायत धरमजयगढ़ के बीच से होते हुए खरसिया से धरमजयगढ़ रोड के रेलवे स्टेशन प्रेम नगर मे कोयला डंपिंग किया जा रहा है। धरमजयगढ़ विकासखंड के अलग-अलग गांव के हजारो की संख्या में स्कूली छात्र धरमजयगढ़ के आत्मानंद स्कूल, गल्स स्कूल, सिटी पब्लिक स्कूल,उरशु लाईन इंग्लिस मीडियम स्कूल, ज्योति बिद्या मंदिर, सहित अन्य और कई प्राइबेट स्कूल में बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं। स्कूल आने जाने के समय भारी वाहन और वाहनों की तेज रफ्तार स्कूली बच्चों के लिए खतरे का सबब बना हुआ है। वाहनों की तेज रफ्तार तथा उनसे गिरने वाले डस्ट अक्सर स्कूली बच्चों के ऊपर गिरता है तथा जर्जर सडक़ें और सडक़ों पर उड़ती धूल से भी स्कूली बच्चे और राहगीर परेशान है, इसलिए शहरवासियों की मांग है कि इन वाहनों पर स्कूली बच्चों के आने जाने के वक्त रोक लगाई जाए।

सडक़ हादसों को लेकर लोग हो रहे हैं चिंतित
रायगढ़ जिले में सडक़ खाते की घटनाएं प्रदेश में अव्वल है, हाल ही में कई घटनाएं से सामने आई है, जिसमें तेज रफ्तार की चपेट में आने से स्कूली बच्चों को अपनी जान गवानी पड़ी है। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए धर्मजयगढ़ से सामाजिक कार्यकर्ता एवं जागरूक नागरिक सचेत है एवं हादसों को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर पहल कर रहे हैं इन दिनों जाम पाली एसईसीएल की खुली खदान से निकलने वाली कोयले की गाडिय़ां हादसों को न्योता दे रही है। पिछले दिनों छाल क्षेत्र में कोयले की गाड़ी से एक महीने के अंदर 3 ग्रामीणों का मृतु हो चुका है। जिस तरह धर्मजयगढ़ शहर के बीचो बीच बड़ी गाडिय़ों का आवागमन देखा जा रहा है उससे सहज ही या संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने जाने वाले स्कूली बच्चे वाहन चालकों की लापरवाही से किसी बड़े हादसे के चपेट में आ सकते हैं।

स्कूल आने जाने के वक्त थम जाएं पहिये
बंग समाज कल्याण समिति के बैनर तले सौंपे गए ज्ञापन में शहर के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक मंडल, सजल मधु ,काजल विश्वास, मुन्ना माली, उत्तम पाल ,गणेश सरकार, विनाय मंडल, संजू विश्वास, विक्की पांडेय, रिक्की अग्रवाल, भीम बैरागी, मुकेश हलदार, गगन मंडल ,अमित आनंद सपन मंडल राजू प्रधान, अनिल सरकार,सुबिर बिसवास,महाबीर बिसवास,बाबुल मंडल,संजय तहशीलदार,संजय सरकार सहित अन्य शहर वासियों ने स्कूली बच्चे की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल आने जाने के वक्त दिन सुबह 7 बजे से 8 बजे,11 बजे 1 बजे और साम 4 बजे से 5 बजे तक कोयला की गाड़ी को नगर पंचायत एवं शहरी क्षेत्र के बाहर ही रोके जाने की मांग की है। शहरवासियों की का कहना है कि स्कूल आने जाने के वक्त भारी वाहनों के पहिए शहर के बाहर ही थम जाए जिससे स्कूली बच्चों के साथ किसी प्रकार का अनहोनी होने का खतरा ना रहे।

इस संबंध में मीडिया से चर्चा करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता दीपक मंडल एवं बंग समाज कल्याण समिति के जिला अध्यक्ष सजल मधु ने संयुक्त रुप से बताया कि शहर की सडक़ें जर्जर स्थिति में है जिस पर कोयले से भरी तेज रफ्तार वाहन अंधाधुन दौड़ रही है शहर में लगभग 4 हजार से भी अधिक स्कूली बच्चे विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं और हमेशा ही स्कूली बच्चों के साथ किसी अप्रिय घटना घटित होने का खतरा बना रहता है जिसको देखते हुए स्कूल के निर्धारित समय पर भारी वाहनों का आना-जाना शहर में उचित नहीं है इसीलिए स्कूल के वक्त भारी वाहनों को सुरक्षा की दृष्टि से शहर के बाहरी रोका जाना चाहिए।


अन्य पोस्ट