रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़ , 25 मार्च। भगवान हमारे लिए आस्था का विषय हो सकते हैं लेकिन राजस्व अधिकारियों के लिए मात्र प्रतिवादी। कुछ दिन पहले रायगढ़ के राजस्व अधिकारियों ने जहां भगवान शंकर को कोर्ट में हाजिर होने का नोटिस दिया था, अब नोटिस के तामीली के बाद कोर्ट में हाजिर करने मोहल्लेवासियों ने शिवलिंग को ही उखाडक़र तहसील कोर्ट ले आए। आज पेशी नहीं हुई, आगामी 14 अप्रैल को पेशी होगी।
रायगढ़ शहर के कौहकुंडा स्थित शिव मंदिर को अवैध कब्जे की शिकायत के बाद नोटिस दी गयी थी। नोटिस भगवान शंकर के नाम से था, लिहाजा यह प्रकरण काफी सुर्खियों में रहा, लेकिन किसी ने सोचा भी न था कि भगवान को ही उखाडक़र कोर्ट में पेश किया जाएगा। हालांकि इसका विरोध अब तक कहीं से नहीं किया गया है लेकिन प्रशासन की इस हरकत से लोग हैरत में हैं।
बताया जाता है कि आज शंकर भगवान की पेशी थी, ऐसे में भगवान साक्षात तो आ नहीं सकते थे, लिहाजा राजस्व अधिकारियों के आदेश पर शंकर भगवान के शिवलिंग को ही उखाडक़र तहसील प्रांगण में ले आया गया है। दरअसल हाइकोर्ट में कुछ दिन पहले अवैध कब्जा को लेकर एक याचिका लगी थी।इसके बाद हाई कोर्ट ने प्रशासन को नोटिस जारी किया गया था, इसके बाद यह कार्रवाई हुई है।